
जबलपुर। कांग्रेस के संगठन सृजन में कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता मुखर होकर अपनी बात पर्यवेक्षकों से कह रहे हैं। इससे पर्यवेक्षक भी खुलकर उनसे बात कर रहे हैं। वहीं कुछ डर के कारण खुलकर बात नहीं कर रहे हैं। रविवार को पर्यवेक्षकों ने दो विधानसभा क्षेत्र पश्चिम और कैंट की बैठक ली। सुबह 11 बजे से पश्चिम विधानसभा क्षेत्र वा दोपहर 3 बजे से कैंट विधानसभा क्षेत्र की बैठक हुई। बैठकों में शाम तक अध्यक्ष पद की दावेदारी का आंकड़ा सात तक पहुंच गया, वर्तमान शहर अध्यक्ष समेत। इस पूरी व्यवस्था में कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी वा कार्यकर्ताओं को भ्रम है कि राहुल गांधी की सोच के अनुसार क्या चयन हो पाएगा।
सुझाव भी दिए
कैंट विधानसभा क्षेत्र की बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एआईसीसी पर्यवेक्षक गुरदीप सिंह सप्पल और अन्य पर्यवेक्षकों के साथ वन टू वन चर्चा में कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षकों को सुझाव दिए। कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षकों से कहा कि अध्यक्ष पद के लिए जब किसी कैंडिडेट्स का नाम आप तक आता है तो आप उनसे पूछिए कि “आप अध्यक्ष बनना चाहते हैं तो बताइए कि नगर निगम, विधानसभा,लोकसभा चुनाव में आपके बूथ की स्थिति क्या थी। पिछले चुनाव का ही डेटा दे दीजिए कि आपका बूथ कितना मजबूत था या कमजोर”। यह सुझाव एक कार्यकर्ता द्वारा दिया गया। जिसे सुनकर पर्यवेक्षक भी हतप्रभ रह गए।
यह भी पढ़ें… कांग्रेस का संगठन सृजन: अध्यक्ष बनने पर्दे के पीछे से निकले चेहरे, चलने लगे अपने मोहरे
पर्यवेक्षकों के पैनल से हिचकिचाहट
पर्यवेक्षकों के पैनल में एआईसीसी पर्यवेक्षक गुरदीप सिंह सप्पल को छोड़कर बाकी पर्यवेक्षकों के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पदाधिकारी मन की बात कहने से डर भी रहे हैं क्योंकि वे पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश के ही हैं। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगता है कि वे जिसके विरोध में बोलेंगे तो कहीं बात उन तक न पहुंच जाए। कार्यकर्ताओं को लग रहा है कि यहां सीक्रेसी नहीं है। वन टू वन चर्चा का मतलब केवल दो के बीच बातचीत होनी चाहिए।
इच्छुक दावेदार नाम पहुंचा रहे
डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट बनने के इच्छुक दावेदार अपना नाम पर्यवेक्षकों तक पहुंचा रहे हैं। पर्यवेक्षक भी सभी से अध्यक्ष पद के लिए योग्य कैंडिडेट्स का नाम पूछ रहे हैं। हालांकि शाम तक दावेदारों का आंकड़ा वर्तमान शहर अध्यक्ष समेत सात तक पहुंच गया है।
यह भी पढ़ें… कांग्रेस का संगठन सृजन: “मेरा नाम पहुंचा देना” पर्यवेक्षकों तक नाम पहुंचाने होड़
रिपोर्ट रात को भेजी गई
पर्यवेक्षकों ने रविवार को हुई बैठकों और कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों से चर्चा की रिपोर्ट एआईसीसी कार्यालय रविवार रात तक भेज दी।