चलित प्रसादम सेवा के आज 5105 दिन पूरे, 19 लाख 14 हजार 375 लोगों ने पाया भोजन

जबलपुर। भूखे को भोजन करना प्राचीन परंपरा है। आज से 14 साल पहले 4 अप्रैल 2011 हिंदू नव वर्ष पर जमुना प्रसाद अग्रवाल एडवोकेट की योजना से हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट के संस्थापक स्वामी रामचंद्रदास जी महाराज के सानिध्य में 200 से 300 लोगों का प्रतिदिन चलित प्रसादम सेवा के नाम से एक गाड़ी में भोजन वितरण का कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था। यह परम्परा आज भी जारी है।
बल्देवबाग चौक एवं मेडिकल कॉलेज के मरीज के परिजन एवं मरीजो को आज रविवार को पूरी सब्जी कड़ी चावल हलवा आचार वितरित किया गया।
ज्ञानेश्वरी दीदी ने कहा भूखे को भोजन करना हजारों वर्ष पुरानी प्राचीन परंपरा है इस मानव सेवा से बड़ी कोई सेवा नही है। हर सेवा भगवान हर कोई से नहीं करता है इस सेवा के लिए अग्रवाल परिवार को चुना यह पूर्वजों के पुण्य प्रताप का फल है।
शहर के किसी भी स्थान में 14 साल से गाड़ी में भोजन रखकर ले जाया जाता है। वहां स्टील की थालियां में शुद्ध साफ भोजन पीने का शुद्ध पानी भी रहता है थाली भी आश्रम के भक्त ही धोते हैं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने बताया करोना के समय प्रतिदिन 1000 लोगों को भोजन वितरित किया जाता था। अयोध्या धाम में भगवान रामजी की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 10 दिन में 1 लाख 15 हजार लोगों को अयोध्या धाम में भोजन वितरित किया गया उस समय यह सेवा जबलपुर में भी चालू थी।
नर्मदा महाआरती के संस्थापक डॉक्टर सुधीर अग्रवाल ने बताया 5105 दिनों से प्रतिदिन लगातार जारी है। अभी तक 19 लाख 14 हजार 375 लोगों ने प्रसाद पाया। इस अवसर पर बी डी पटेल लखन दुबे मनजीत सिंह टीटू सिंह मेघा प्लास्टिक आदि उपस्थित थे।

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