
जबलपुर। श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह बगुलामुखी सिद्धपीठ शंकराचार्य मठ सिविक सेंटर मढ़ाताल में आज चतुर्थ दिवस की कथा में पूज्य ब्रह्मचारी जी ने गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, मत्स्य अवतार, वामन, श्रीराम, कृष्ण अवतार की कथा का निरूपण किया तथा समझाया कि “हमारा अहंकार ही गज है”। अहंकार को जब मृत्यु रूपी ग्राह पकड़ता है तो प्रभु उसका कल्याण कर अहंकार को समाप्त कर देते हैं।
समुद्र मंथन के माध्यम से बताया कि “बुराई का अंत और अच्छाई की स्थापना ही अमृत प्राप्ति है”। सत्यव्रत मनु के माध्यम से मत्स्यावतार की कथा का महत्व समझाया। बलि वामन प्रसंग के माध्यम से भगवान ने तीन पग पृथ्वी मांगकर बलि को अपना सर्वस्व प्रदान किया। महाराज मनु शतरूपा की तपस्या का फल प्रदान करने भगवान ने महाराज दशरथ के यहां श्रीराम रूप में चतुर्व्यूह में अवतार धारण किया।
साथ ही ब्रजवासियों के मनोरथ को पूर्ण करने भगवान वसुदेव देवकी से जन्म लेकर नंद यशोदा के वात्सल्य को पूर्ण किया। भगवान का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शंकराचार्य जी गिरी जी, सचिव ब्रह्मचारी सुबधनंद जी ने कथा का वर्णन किया।
श्रीमद्भागवत एवं व्यास पीठ का पूजन मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह, रत्नेश सोनकर, प्रभात साहू, अजय खंडेलवाल, बीके नीता पटेल, अमित प्रतीक्षा सिंह, हेमंत ऋचा मिश्रा, राघवेन्द्र गीता व्यास, गोविन्द प्रीति साहू, सतेंद्र असाटी, आशीष आराधना चौकसे, सोनू कुरेले, राजेंद्र ममता मिश्रा, मनोज सेन आदि ने किया।