माता मरियम ने एक श्रेष्ठ मां की भूमिका का निर्वहन किया

जबलपुर। सेंट थॉमस स्कूल परिसर स्थित फातिमा की माता मरियम के तीर्थस्थल में वार्षिक भक्ति के अंतर्गत नौ दिवसीय प्रार्थना के आयोजन के दूसरे दिन पावन ख्रीस्तयाग के मुख्य याजक जबलपुर धर्मप्रान्त के फादर जूड जेम्स ने पावन ख्रीस्तयाग अर्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि
माता मरियम प्रभु येसु की वास्तव में सच्ची शिष्या रहीं। उनसे हम यह सीख सकते हैं कि उन्होंने प्रभु येसु की बातों पर विश्वास किया और अपना जीवन समर्पित किया। एक शिष्य के लिए यह अत्यंत आवश्यक होता है कि वो अपने गुरु की आज्ञाओं का पालन करे। माता मरियम ने प्रभु येसु की हर एक आज्ञा का पालन किया और हमें भी कहा कि जैसा येसु कहते हैं वैसा ही करो। स्वर्गदूत गैब्रियल के संदेश पर उन्होंने कहा था कि मैं प्रभु की दासी हूं , आपका कथन मुझ में पूरा हो।
माता मरियम ने हम मानवों के मुक्ति इतिहास के लिए एक श्रेष्ठ मां की भूमिका का निर्वहन किया है। कलवारी की यात्रा में भी वे प्रभु येसु के साथ सारे दुख कष्टों को सहती रही , उनकी असहनीय और दर्दनाक मृत्यु तक प्रभु येसु के साथ रहीं, यह होता है एक शिष्य का कर्तव्य। प्रभु येसु का शिष्य बनना बहुत कठिन है, येसु कहते हैं कि अपना सब कुछ छोड़कर मेरे पीछे चले आओ। माता मरियम ने सेवा और सहयोग का कोई क्षण नही छोड़ा। माता मरियम ने शांतिपूर्ण तरीके से अपने जीवन को जिया तथा जो अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकते हैं उनका सहारा बनती हैं।हमको अच्छा अवसर मिला है कि हम फातिमा माता मरियम के वार्षिक महोत्सव में सम्मिलित होकर आशीषों को पा रहे हैं।
माता मरियम के तीर्थस्थल की बेहद ही आकर्षक साज सजावट की गई है। माता मरियम के भक्त पवित्र तीर्थस्थल में मोमबत्ती जलाकर एवं पुष्पों को अर्पित कर के अपनी मन्नतें मांगते हुए प्रार्थना में लीन थे। श्राइन प्रबंधन के चैपलिन फादर बिपिन खालको ने माता मरियम के भक्तजनों से आगामी दिवसों में मिस्सा पूजा एव नवीना प्रार्थना में उपस्थिति की अपील की है ।

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