
जबलपुर। एमपी ट्रांसको के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने मुख्यालय जबलपुर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में कंपनी के लेखाधिकारियों, विधि अधिकारी,जबलपुर के विभिन्न कार्यालयों में पदस्थ असिस्टेंट इंजीनियरों , प्रोग्रामर, एच आर मैनेजर और जूनियर इंजीनियरों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि एम पी ट्रांसको की युवा पीढ़ी को केंद्र सरकार के विकसित भारत 2047 लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कार्य करना होगा। जिससे न केवल कंपनी अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रख सकेगी, बल्कि वह राष्ट्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकेगी।उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी का संघर्ष आने वाली पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक बनेगा।
प्रो-एक्टिव और इनोवेटिव सोच अपनाने पर जोर
इंजी. सुनील तिवारी ने कहा कि आने वाला समय अनेक चुनौतियों से भरा होगा, इसलिए प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को प्रो-एक्टिव (सक्रिय) और इनोवेटिव (नवाचार ) सोच के साथ टीमवर्क में कार्य करना होगा। उन्होंने सभी कार्मिकों से बहुआयामी एवं सकारात्मक कार्यशैली अपनाने का आग्रह किया।
फील्ड की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य करें –
प्रबंध संचालक ने यह भी उल्लेख किया कि मुख्यालय के अधिकारियों को फील्ड की आवश्यकताओं के अनुरूप अपनी कार्यशैली में लचीलापन लाना होगा। वर्तमान युग आउटसोर्सिंग का है, अतः ठेकेदारों और आउटसोर्स कर्मचारियों की छोटी-छोटी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान किया जाना चाहिए।
83 कार्मिकों की भागीदारी, सुझाव भी लिए गए –
इस संवाद कार्यक्रम में मुख्यालय के लगभग 83 कार्मिक शामिल हुए। कार्यक्रम में अधिकारियों से फीडबैक लिया गया और विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन अधीक्षण अभियंता सुनील यादव और आर.के. शर्मा द्वारा किया गया। दोनों अधिकारियों ने संवाद की आवश्यकता और उपयोगिता पर भी अपने विचार साझा किए।