विधायक घनघोरिया के भाषण से कांग्रेस में तूफान- किसने किसको अध्यक्ष बनवाया, बता दिया मंच से

जबलपुर सेवादल के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट

जबलपुर। कांग्रेस के संगठन सृजन में जबलपुर में पूर्व विधानसभा क्षेत्र से विधायक लखन घनघोरिया ने मंच से ऐसा भाषण दे दिया कि कांग्रेस के अंदर ही तूफान मच गया। खास बात यह है कि यह भाषण एआईसीसी पर्यवेक्षक के सामने दिया, उस वक्त पूर्व विधानसभा क्षेत्र में एआईसीसी के पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं की रायशुमारी लेने पहुंचे थे। उनके भाषण का यह अंश कांग्रेस के अंदर ही कई पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के बीच विवाद का विषय बन गया है।

सेवादल के अध्यक्ष सतीश तिवारी ने फेसबुक पर इसे पोस्ट करते हुए अपना दर्द भी व्यक्त किया। वहीं पूर्व शहर अध्यक्ष दिनेश यादव ने इस मामले में विधायक लखन घनघोरिया का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने सच कहा है। बिना किसी के सपोर्ट के कोई नहीं कुछ बनता, अभी भी जो अध्यक्ष बनेगा वह किसी न किसी के सपोर्ट से बनेगा, कार्यकर्ताओं से रायशुमारी भी एक प्रकार का सपोर्ट है।

ये है भाषण का अंश,,

पूर्व क्षेत्र के विधायक वा पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने मंच से कहा “जब यह बात उठी कि किसने किसको बनाया तो दिनेश को मैंने अध्यक्ष बनवाया था। अन्नू को तन्‍खा जी और तरुण ने बनवाया था, सौरभ को पार्टी ने बनाया था।”

जबलपुर सेवादल के अध्यक्ष सतीश तिवारी ने फेसबुक पर पोस्‍ट डाली है, जिससे पार्टी में तूफान आ गया।

सोशल मीडिया पर चर्चा

सेवादल के अध्यक्ष सतीश तिवारी ने फेसबुक पर इस अंश को डालते हुए इस स्वरूप में लिखा कि “दिनेश मेरा है, अन्नू तन्‍खा जी और तरुण का, सौरभ मेरा नहीं,,,, लखन कहिन”
सोशल मीडिया पर यह पोस्ट होते ही कांग्रेस के अंदर ही कौन किसका है यानि गुटबाजी एक बार फिर चर्चा में आ गई। कांग्रेस का एक पक्ष इस पोस्ट को सार्वजनिक करने पर सतीश तिवारी को कमेंट कर रहे हैं। वहीं कुछ कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि यह बात गुटबाजी को उजागर करती है।

ये कहना है सतीश तिवारी का

पूर्व विधानसभा क्षेत्र में एआईसीसी पर्यवेक्षक गुरदीप सिंह सप्पल और पीसीसी पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के लिए बैठक थी। उस वक्त मैं भी मंच पर था, तब क्षेत्रीय विधायक वा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लखन घनघोरिया ने कहा कि “दिनेश यादव को उन्होंने अध्यक्ष बनवाया था ।अन्नू को तन्‍खा जी और तरुण ने, सौरभ को उन्होंने नहीं बनवाया।” मैं यह सुनकर दुखी हो गया मुझे याद आया कि भैया ने मेरे साथ भी पक्षपात किया था। वर्ष 96 में जब मैंने पार्षद का चुनाव लड़ा था तब दिनेश ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, इसका मतलब उस वक्त उन्होंने दिनेश यादव का सपोर्ट किया था। इससे पता चलता है कि कांग्रेस हमेशा गुटबाजी से चलती रही है। यह पीड़ादायक है।

क्या राहुल गांधी की सोच क्रियान्वयन होगा

कांग्रेस के अंदर यह चर्चा चल रही है कि राहुल गांधी ने संगठन सृजन अभियान कांग्रेस को मजबूत करने बनाया है लेकिन जिस तरह से गुटबाजी के साथ काम हुआ है उसका सच किसी से छिपा नहीं है। लोग यह सब जानते हैं। इससे राहुल गांधी के संगठन सृजन की सोच को धरातल पर लाने में खुद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को यह लग रहा कि क्या गुटबाजी से दूरी बना पाएगी कांग्रेस।

बिना सपोर्ट के संभव नहीं

जो भी अध्यक्ष बनता है वह बिना किसी के सपोर्ट के नहीं बनता है। विधायक लखन भाई ने जो बात कही है वह किसी से छिपी नहीं है। शहर अध्यक्ष बनते समय मुझे विधायक के सहयोग की जरूरत थी, उन्होंने सपोर्ट किया। प्रदेश में मुझे स्व ठाकुर हरवंश सिंह, स्व सुभाष यादव का सपोर्ट मिला। दिल्ली में मुझे कमल नाथ का सपोर्ट मिला। अभी भी जो अध्यक्ष बनेगा वह किसी न किसी के सपोर्ट से बनेगा, कार्यकर्ताओं की रायशुमारी भी एक सपोर्ट है।
दिनेश यादव, पूर्व शहर अध्यक्ष

ये कहना है पूर्व मंत्री का

“हां मेरे भाषण का वीडियो है। जब बात यह उठी कि किसने किसको बनवाया तो मैं कहता हूं कि दिनेश को मैंने अध्यक्ष बनवाया था। अन्नू को मैंने नहीं, तन्‍खा जी और तरुण ने बनवाया। सौरभ को मैंने नहीं पार्टी ने बनाया। यह सत्य है इसमें क्या गलत कहा।”
लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री वा विधायक पूर्व क्षेत्र जबलपुर

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