
शहडोल। शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथियों के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है। वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हाथियों के दल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों का आना-जाना क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है और इससे जान-माल का नुकसान हो रहा है।
शहडोल जिले के उत्तर वन मंडल क्षेत्र के ब्यौहारी के जंगल में सोमवार को तेंदूपत्ता तोड़ रहे ग्रामीणों को दो जंगली हाथियों ने कुचल दिया। अलग-अलग स्थानों पर दो महिलाओं व एक वृद्ध के क्षत-विक्षत शव मिले हैं। वन विभाग व पुलिस के मुताबिक तीनों की मौत हाथियों के कुचलने से हुई है। सनौसी, डोडा और पराछ के जंगल में मिले शवों की पहचान हो गई है।
पत्नी ने पेड़ पर चढ़कर बचाई जान
वन विभाग के अनुसार सनौसी गांव निवासी उमेश कोल (35) अपनी पत्नी के साथ तेंदूपत्ता तोड़ने गया था। तभी बांधवगढ़ की ओर से दो जंगली हाथी पहुंचे और उमेश कोल को कुचल दिया। उमेश की पत्नी ने हाथियों को देखकर दौड़ लगा दी और एक पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई। पत्नी के सामने ही जंगली हाथियों ने पति को कुचल कर मार डाला। इसके बाद ये हाथी संजय गांधी टाइगर रिजर्व की ओर बढ़े और रास्ते में सनौसी जंगल से एक किलोमीटर दूर डोडा गांव निवासी महिला देवगनिया बैगा (38) पत्नी एतु बैगा को कुचल दिया। वह भी जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ रही थी। इसके बाद यहां से 14 किलोमीटर दूर बराछ में बुजुर्ग मोहनलाल पटेल (80) को हाथी कुचलते हुए निकल गए। बुजुर्ग भी अपने गांव बराछ से लगे जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ रहा था।
24 से अधिक जंगली हाथी सक्रिय
ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के जंगलों में 24 से अधिक जंगली हाथियों का दल पिछले कई माह से विचरण कर रहा है। इनकी निगरानी के लिए वन विभाग ने तीन टीमों का गठन किया है। एसडीओ रेशम सिंह धुर्वे ने बताया कि दोनों जंगली हाथी नए हैं और बांधवगढ़ की ओर से निकलकर बनास नदी होते हुए संजय गांधी टाइगर रिजर्व की ओर जा रहे थे। मृतकों के आश्रितों को तत्काल 50-50 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है। एसपी रामजी श्रीवास्तव बताया कि तीनों की मौत हाथियों के कुचलने से हुई है।
सीएम ने जताया दुख, 25-25 लाख की सहायता के निर्देश
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि शहडोल में हाथियों के हमले में तीन ग्रामीणों की मृत्यु का पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ है। वन विभाग की टीम को हादसे की जांच करने और प्रत्येक मृतक के स्वजन को ₹25-25 लाख की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।