
हैदराबाद। हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास गुलजार हाउस में रविवार सुबह एक इमारत में भीषण आग लगने से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 8 मासूम बच्चे भी शामिल हैं। यह दर्दनाक हादसा सुबह करीब 6 बजे हुआ, जब इमारत में 30 से अधिक लोग मौजूद थे। दमकल विभाग ने 15 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है, जबकि कई लोगों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फायर ब्रिगेड की 11 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने की प्राथमिक वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार, पांच मंजिला इस इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर ज्वेलरी की दुकानें थीं, जबकि ऊपरी मंजिलों पर परिवार रहते थे। आग सबसे पहले दुकानों में लगी और देखते ही देखते ऊपर तक फैल गई। इमारत में बाहर निकलने का एक ही संकरा रास्ता था, जिससे कई लोग बाहर नहीं निकल सके और दम घुटने से मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम सुबह 6:16 बजे मौके पर पहुंची। आग बुझाने के लिए अत्याधुनिक फायर रोबोट और ब्रोंटो स्काईलिफ्ट हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया गया, जिससे ऊंचाई पर फंसे लोगों तक पहुंचने में मदद मिली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भीषण हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को सांत्वना दी है। पीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा – “हैदराबाद में आग की घटना में लोगों की मौत से बहुत दुख हुआ। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उन्हें संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने भी जताया दुख
इस घटना पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि इस कठिन घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं।
मंत्री और चश्मदीदों ने बताया भयावह मंजर
तेलंगाना के मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि “फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच गई थी, लेकिन आग बहुत तेजी से फैल चुकी थी। हमनें हरसंभव प्रयास किया, फिर भी कई जिंदगियां नहीं बच सकीं।”
वहीं, चश्मदीद जाहिद ने बताया कि “मुख्य दरवाजे से अंदर जाना असंभव था। शटर और दीवार तोड़कर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन आग ने सब कुछ तबाह कर दिया था। सभी मृतक एक ही परिवार के थे।”
प्रशासन सतर्क, जांच के आदेश
घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। प्रशासन ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, बचाव और राहत कार्य जारी हैं। यह हादसा एक बार फिर शहरी इमारतों की अग्निसुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।