जबलपुर में देश के प्रतिष्ठित विद्वानों का समागम 23 से, नवाचारों का होगा आदान-प्रदान

जबलपुर। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय शैक्षिक चिंतन शिविर में पूरे भारत से लगभग 30 से 40 विश्वविद्यालय के कुलगुरु विभिन्न शिक्षण संस्थानों के संचालक प्राचार्य आदि शिरकत करेंगे। यह विद्वान अपने अपने संस्थानों में किये जा रहे नवाचारों प्रयोगों के बारे मे भी जानकारी का आदान प्रदान भी करेंगे। शिविर 23 से 25 मई तक आयोजित होगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ अतुल भाई जी कोठारी ,राष्ट्रीय संयोजक ए विनोद उपस्थित होंगे। इस अवसर पर विभिन्न विषयों के साथ-साथ प्रमुख रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर चिंतन होगा। जिसका एक सार्वजनिक कार्यक्रम पीएम श्री महाविद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्थानीय शहीद स्मारक में 24 मई को शाम 5 बजे आयोजित किया किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री एवं स्कूल शिक्षा मंत्री को भी आमंत्रित किया गया।
विदित है कि मध्य प्रदेश प्रथम राज्य है जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया है और अब इसका एक बैच भी निकल चुका है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संपूर्ण क्रियान्वन हेतु इस चिंतन शिविर में विचार विमर्श होगा इस चिंतन में विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों द्वारा अपने-अपने सुझाव दिए जाएंगे। शिविर के अंतिम दिन विभिन्न प्रदेशों से आए हुए सुझावों को एकत्रीकरण कर उनका सार शासन को भेजा जाएगा जिससे राष्ट्रीय शिक्षा नीति को संपूर्ण भारतवर्ष में कैसे क्रियान्विन किया जा सके।
24 मई को आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा के कार्यक्रम में जबलपुर जिले के साथ-साथ महाकौशल के विभिन्न जिलों के महाविद्यालय विश्वविद्यालय विद्यालयों के संचालक प्राचार्य कुलगुरु उपस्थित होंगे जहां पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर डॉ अतुल भाई कोठारी का मुख्य व्याख्यान होगा। इस व्याख्यान से संस्कारधानी के शिक्षा जगत को भारतीय ज्ञान परंपरा के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त होगी इस तरह का आयोजन संस्कारधानी में अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है जिसमें संपूर्ण भारतवर्ष से विद्वानों के विचारों का आदान-प्रदान होगा।

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