ब्लैकमेलिंग से तंग आकर शिक्षक ने की आत्महत्या, RTI कार्यकर्ता पर गंभीर आरोप

दमोह। हटा क्षेत्र में हाल ही में एक शिक्षक की संदिग्ध मौत के मामले में दमोह पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। प्रारंभिक जांच में परिजनों ने हत्या और लूट की आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस की गहन जांच में यह मामला आत्महत्या का निकला। पुलिस के अनुसार, शिक्षक को एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा लंबे समय से ब्लैकमेल किया जा रहा था, जिससे तंग आकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
मृतक की पहचान राजेश त्रिपाठी के रूप में हुई है, जो मूलतः सुनवाह निवासी थे और वर्तमान में हटा में निवासरत थे। आरोपी की पहचान इटारसी निवासी जितेंद्र भट्ट के रूप में हुई है, जो खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बताता है।
2018 से कर रहा था ब्लैकमेल
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी जितेंद्र भट्ट वर्ष 2018 से राजेश त्रिपाठी को ब्लैकमेल कर रहा था। वह शिक्षक की अंकसूची को फर्जी बताकर उस पर कार्रवाई की धमकी देता था और निजी जानकारी उजागर करने की बात कहकर लगातार पैसों की मांग करता था। मानसिक तनाव और सामाजिक प्रतिष्ठा खोने के डर से शिक्षक ने उसे लाखों रुपये दिए।

प्रेस वार्ता में पुलिस का खुलासा
दमोह पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घटनास्थल से मिले साक्ष्य, कॉल डिटेल्स, और बैंक लेन-देन की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी शिक्षक को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना समाज में बढ़ते ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न के मामलों की एक गंभीर चेतावनी है। पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की प्रताड़ना का शिकार हो रहा है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके।

रिपोर्ट- प्रदीप पांडेय

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