Medical College Jabalpur: मां ने लगाया बेटे की रैगिंग होने का आरोप, एंटी रैगिंग कमेटी किस काम की

जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के छात्र शिवांश के पैरंट्स मेडिकल कॉलेज जबलपुर पहुंचे। पैरंट्स का आरोप है कि शिवांश की रैगिंग की गई थी जिससे उसने आत्मघाती कदम उठाया। पेरेंट्स के इस आरोप से मेडिकल कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी भी सवालों के दायरे में आ गई है।
ये है मामला
मेडिकल के फर्स्ट ईयर के छात्र शिवांश ने हॉस्टल की छत से कूदकर जान दे दी। घटना गुरुवार सुबह करीब 12 बजे की है। छात्र शिवांश गुप्ता ने अपने पिता और दोस्तों को मैसेज करने के बाद ही हॉस्टल नंबर-4 की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। शिवांश इसी हॉस्टल के रूम नंबर-101 में रह रहा था। छात्रों ने वार्डन को सूचना दी और शिवांश को तुरंत ही कैजुअल्टी लेकर पहुंचे। सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट आने के चलते नाक और कान से रक्तस्राव हो रहा था। पल्स वीक होने के बाद सीपीआर के साथ इलेक्ट्रिक शॉक भी दिया और फिर सर्जरी विभाग के आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। जहां इमरजेंसी मेडिसिन, न्यूरोसर्जरी, एनेस्थीसिया समेत अन्य विभागों के कंसल्टेंट ने शिवांश को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका । घटना की जानकारी लगते ही अरविंद शर्मा, उपअधीक्षक डॉ. ऋचा शर्मा भी कैजुअल्टी पहुंच गए। गढ़ा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
आंसू नहीं थम रहे पैरेंट्स के
शिवांश के पैरंट्स संतोष गुप्ता, अर्चना गुड़गांव से आकर मेडिकल कॉलेज जबलपुर पहुंचे। मृत बेटे को देख माता पिता की आंखों से आंसू नहीं थमे। शिवांश के साथियों की आंखें भी नम थीं।
पंचनामा के बाद पीएम
पंचनामा के बाद पीएम किया गया फिर शव पैरेंट्स को सौंप दिया गया।
रैगिंग का आरोप
शिवांश के पेरेंट्स ने आरोप लगाया कि शिवांश की रैगिंग हुई थी। उसे नई बाइक खरीदकर दी थी जिसे लेकर सीनियर्स ने रैगिंग की थी। हालांकि मेडिकल कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी होती है। यदि ऐसा कुछ था तो यह कमेटी क्या कर रही थी। फर्स्ट ईयर के छात्रों के साथ रैगिंग तो नहीं हो रही यह देखना इस कमेटी का काम है। यदि कोई छात्र डिप्रेशन में है तो उसकी काउंसिलिंग भी करना प्रबंधन का काम है। हालांकि मेडिकल कॉलेज जबलपुर के डीन डॉ नवनीत सक्सेना ने इसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है जोकि सात दिन में रिपोर्ट देगी।

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