जबलपुर जिले के सभी स्‍कूलों में छात्रों के लिये दो दिन अवकाश घोषित, जानें तारीख

भारी बारिश की संभावना को देखते हुये कलेक्टर ने जारी किया आदेश

जबलपुर । लगातार हो रही बारिश तथा मौसम विभाग द्वारा आगामी 48 घंटे के दौरान भारी वर्षा की संभावना को देखते हुये कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आदेश जारी कर सात और आठ जुलाई को जिले की सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिये अवकाश घोषित किया है। कलेक्टर द्वारा जारी यह आदेश शासकीय, अशासकीय, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई एवं नवोदय विद्यालयों पर भी लागू होगा।

विदित हो कि मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह से जारी तेज और लगातार बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में एक स्ट्रांग मानसूनी सिस्टम सक्रिय है, जिसके असर से पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है और अगले कुछ दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा। रविवार को भी कई जिलों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा। इसी बीच पिछले साल की अपेक्षा इस बार करीब 23 दिन पहले बरगी बांध के नौ गेट खोल दिए गए हैं।

रविवार सुबह से जबलपुर शहर में लगातार रिमझिम और मध्यम बारिश होती रही, जिससे शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। मौसम विभाग ने रविवार को 21 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें जबलपुर, सागर, शहडोल, रीवा, नरसिंहपुर, शिवपुरी, श्योपुर, उमरिया, डिंडोरी और कटनी समेत कई जिले शामिल हैं।

कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात

शनिवार को शिवपुरी, शहडोल, नरसिंहपुर और श्योपुर जिलों के कई गांव और कस्बे जलमग्न हो गए। नरसिंहपुर जिले में तो पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। वहां गांवों और शहरों की गलियों में पानी भर गया है। सड़कें कीचड़ से लथपथ और कई जगहों पर कट गई हैं। पुल और पुलिया टूट गए हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं। कई गांवों का संपर्क मुख्य सड़कों से टूट गया है।

नदियां उफान पर, बांधों के गेट खोले गए

नर्मदा नदी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबलपुर में नर्मदा पर बने बरगी बांध के 9 गेट रविवार को खोल दिए गए हैं ताकि जलस्तर नियंत्रित किया जा सके। इससे निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार देर रात तक नर्मदा के घाट किनारे बसे इलाकों में पानी घुस गया, जिससे दुकानदारों और रहवासियों को सतर्क किया गया। उमरिया जिले के जौहिला डैम के गेट भी खोले गए हैं। अन्य छोटी नदियां और बरसाती नाले भी उफान पर हैं, जो निचले इलाकों में पानी भरने की बड़ी वजह बने हैं।

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