तेज बारिश से जबलपुर की सड़कें जलमग्‍न, नर्मदा नदी का जल स्‍तर बढ़ा, देखें फोटो और वीडियो

जबलपुर में लगातार बारिश, फिर राहत की धूप

भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है और कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जबलपुर में रविवार को सुबह से शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही, जो रात में भी जारी रही। सोमवार को दोपहर में कुछ देर धूप निकली, लेकिन करीब 2 बजे से फिर तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बाद शाम 4 बजे के आसपास एक बार फिर धूप निकल आई। लेकिन शाम होते ही एक बार बारिश कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर चलता रहा। सोमवार को बरगी बांध के 4 और गेट खोल दिए गए हैं। अब 13 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है।

लंबे समय से हो रही बारिश के बाद जब अचानक मौसम खुला और धूप निकली, तो लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, लगातार बारिश के कारण नदी-नालों में उफान बना हुआ है। रविवार को बरगी बांध का जल स्तर बढ़ने के कारण इसके 9 गेट खोल दिए गए, जिससे नर्मदा नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भेड़ाघाट के धुंआधार जलप्रताप में पानी समतल हो गया है। जबलपुर की सड़कें जलमग्‍न होने से यातायात में लोगों को असुविधा होती रही।

जबलपुर  की अधिकांश सड़कों की अमूमन यही स्थिति रही। जहां वाहन चालकों को सड़क पर भरे पानी में ससे निकलना पड़ा।

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पूर्वी मध्यप्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 7 जुलाई 2025 के प्रेस नोट के अनुसार, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अत्यंत भारी वर्षा (21 सेमी या उससे अधिक) की संभावना है। खास तौर पर मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, शहडोल, उमरिया, सिवनी जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश का जोर बना रह सकता है।

जबलपुर के बड़ा फुहारा से बल्‍देव बाग की ओर जाने वाला रास्‍ता जलमग्‍न हो गया।

मौसम विभाग ने 7 से 10 जुलाई तक मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। बारिश के साथ-साथ बिजली चमकने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं की भी चेतावनी दी गई है।

जबलपुर के मालवीय चौक की मुख्‍य सड़क पर यातायात थाना के सामने सड़क पर भरा पानी।

पिछले 24 घंटे में दर्ज हुई बारिश

रविवार से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई:

मंडला (बिछिया) में 21 सेमी

बालाघाट, सिवनी, डिंडोरी में 12–15 सेमी

पश्चिम मध्य प्रदेश (सीहोर, गुना, नर्मदापुरम, शिवपुरी) में 7–9 सेमी

जबलपुर-भेड़ाघाट रोड पर झमाझम बारिश के दौरान यह नजारा था।

फ्लैश फ्लड की आशंका वाले जिले

IMD के अनुसार, जबलपुर, सागर, मंडला, डिंडोरी, कटनी, शहडोल, उमरिया सहित पूर्वी मध्य प्रदेश के 13 जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान फ्लैश फ्लड यानी अचानक बाढ़ का मध्यम खतरा है। खासकर निचले इलाकों और पहले से भीगे खेतों में जलभराव और बहाव की स्थिति बन सकती है।

सतर्क रहने की सलाह

मौसम विभाग ने किसानों से कहा है कि वे मक्का, सोयाबीन और धान की बुवाई या रोपाई अगले कुछ दिनों के लिए टाल दें। नर्सरी और खेतों से अतिरिक्त पानी जल्द निकालने की व्यवस्था करें।

वहीं आम नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे बारिश के दौरान निचले इलाकों में न जाएं, कमजोर इमारतों से दूर रहें और बिजली चमकने के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहें।

बरगी बांध के चार और गेट खोले गए

लगातार बारिश के चलते प्रदेश की प्रमुख नदियों जैसे नर्मदा, तवा, शक्कर आदि में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। जबलपुर में बरगी डैम के गेट खुलने के कारण नर्मदा के किनारे बसे इलाकों में जलस्तर और बहाव तेज हुआ है। प्रशासन ने नर्मदा घाटों और आसपास के बस्तियों में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। रविवार को डैम के नौ गेट खोले गए थे। वहीं सोमवार को चार गेट और खोल दिए गए हैं। अब 13 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है।

अगले कुछ दिन सतर्कता के

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून अगले एक सप्ताह तक सक्रिय रहेगा। खासकर पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश के साथ आंधी, बिजली और बाढ़ की स्थितियां बन सकती हैं। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखें और आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करें।

फोटो: रवीन्‍द्र विश्‍वकर्मा 

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