नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, श्रद्धालु नहीं पहुंच सके गौरीघाट के नाग मंदिर, देखें तस्‍वीरें

जबलपुर। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसका सीधा असर नर्मदा नदी पर पड़ा है। जबलपुर स्थित बरगी डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नर्मदा के घाटों पर जलस्तर काफी बढ़ गया है।
मंगलवार को नागपंचमी पर हर साल की तरह श्रद्धालु बड़ी संख्या में गौरीघाट स्थित नाग मंदिर के लिए पहुंचे। हालांकि, इस बार उन्हें मंदिर के काफी दूर से ही पूजन करना पड़ा। मंदिर चारों ओर से पानी से घिर गया था और अंदर तक पानी भर चुका था। वहां लोगों ने बताया कि नागदेव की प्रतिमा भी आधे से ज्यादा पानी में डूबी है।
रविवार की तुलना में मंगलवार को जलस्तर में और वृद्धि देखी गई। लोग मंदिर तक नहीं जा सके, इसलिए उन्होंने घाट से ही पूजा की। कई श्रद्धालु छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ आए थे, लेकिन वे केवल दूर से ही दर्शन कर पाए।

घाट पर मौजूद पुजारी व पंडितों ने बताया कि पिछले वर्षों में ऐसा कम ही हुआ है। इस बार जलस्तर असामान्य रूप से बढ़ा हुआ है। बरगी डैम से छोड़े जा रहे पानी के कारण नर्मदा का प्रवाह तेज हो गया है।

घाटों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। प्रशासन की टीम लोगों को घाट के करीब न जाने की सलाह दे रही है। इसके अलावा, चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।

राज्य में बारिश का असर

मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। जबलपुर, मंडला, बालाघाट और होशंगाबाद में तेज बारिश दर्ज की गई है। नर्मदा के अलावा तवा, बेतवा, सोन, व्‍यारमा और चंबल नदियों का जलस्तर भी बढ़ा है।

 

नदियों के किनारे बसे गांवों में पानी भर गया है। कुछ जगहों पर सड़क संपर्क भी टूटा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक और बारिश की संभावना जताई है।

प्रशासन ने की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घाटों की ओर न जाएं। बरगी डैम से छोड़े जा रहे पानी के कारण बहाव और तेज हो सकता है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।

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