
बिजावर/छतरपुर। पानी की कमी न हो इसके लिए जल स्त्रोतों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। बिजावर में 150 साल पुरानी बावड़ी का जीर्णोद्धार किया गया।
कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देशन में जिले जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही स्त्रोतों के जीर्णोद्धार, मरम्मतीकरण, गहरीकरण एवं साफ सफाई आदि कार्य किए जा रहे है। इसी क्रम में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत बिजावर में जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यहां स्थित श्री जानकी निवास मंदिर परिसर में लगभग 150 वर्ष पुरानी एक बावड़ी का जीर्णोद्धार कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जिसका लोकार्पण शुक्रवार को बिजावर विधायक राजेश शुक्ला द्वारा किया गया। यह जीर्णोद्धार कार्य न केवल प्राचीन धरोहर के संरक्षण का प्रतीक है, बल्कि क्षेत्र में जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि भी है। जनभागीदारी और प्रशासनिक समन्वय से या उत्कर्ष कार्य सम्पन्न हुआ। इस दौरान एसडीएम विजय द्विवेदी, तहसीलदार अभिनव शर्मा, सीएमओ संतोष सेनी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
इस दौरान विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि यह बावड़ी सिर्फ एक जल स्रोत नहीं, बल्कि हमारी विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत इसका जीर्णोद्धार हमें अपने पूर्वजों द्वारा निर्मित जल संरचनाओं के महत्व को समझने और उन्हें संरक्षित करने के लिए प्रेरित करता है। यह कार्य जनभागीदारी और प्रशासनिक इच्छाशक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह लगभग डेढ़ सदी पुरानी यह बावड़ी अपने समय में बिजावर के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत थी। समय के साथ उपेक्षा और रख-रखाव की कमी के कारण यह जीर्ण-शीर्ण हो गई थी। जिसे अब नया जीवन दिया गया है। बावड़ी की सफाई, मरम्मत और उसके चारों ओर के परिवेश को व्यवस्थित करने का कार्य उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ किया गया है, ताकि यह भविष्य में भी क्षेत्र की जल आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक हो सके।
रिपोर्ट: कपिल खरे