
राजीव उपाध्याय
जबलपुर। कांग्रेस का जनता के द्वारा 14 जून को मदन महल दमोह नाका फ्लाईओवर लोकार्पण किया गया। कांग्रेस का यह बड़ा आंदोलन था जिसका नेतृत्व कांग्रेस के शहर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने किया। इस आंदोलन की टाइमिंग भी चर्चा में है। यह आंदोलन 14 जून को हुआ और संगठन सृजन प्लान को अमलीजामा पहनाने पर्यवेक्षक 17 जून को जबलपुर आ रहे हैं जो शहर अध्यक्ष के कार्यों का मूल्यांकन करेंगे।
ये है संगठन सृजन प्लान
कांग्रेस नेता सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए संगठन को मजबूत करने का प्लान बनाया है। इसके लिए वे हर जिले के डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट को फुल पॉवर देने जा रहे हैं। जो डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट इस पॉवर के लायक होगा उसे ही जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए एआईसीसी और पीसीसी से पर्यवेक्षक हर जिले में जा रहे हैं और वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मिलकर योग्य डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट की तलाश कर रहे हैं।
जो डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट बनेगा उसे पॉवर होगा कि ब्लॉक से लेकर एमएलए और सांसद कैंडिडेट के चयन में वह कैंडिडेट्स का नाम तय करे। वह जिस कैंडिडेट्स का नाम लेगा उसे ही टिकट दी जाएगी। उसे बायपास जो करेगा भले ही वह वरिष्ठ हो, वह कांग्रेस में नहीं रह सकेगा। यह संगठन सृजन की रूपरेखा है।
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लगा दी ताकत
जबलपुर में संगठन सृजन के प्लान को सृजित करने के लिए पर्यवेक्षक वर्तमान अध्यक्ष सौरभ शर्मा के कार्यों के बारे में जानकारी लेंगे। वे सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से विस्तृत चर्चा करेंगे। वे कार्यकर्ताओं से यह पता करेंगे कि अध्यक्ष सौरभ शर्मा का जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से कैसा व्यवहार है। जनता के दर्द के साथ सौरभ खड़े होते हैं कि नहीं। जनता की आवाज उठाते हैं कि नहीं। पर्यवेक्षक 17 जून को जबलपुर आ रहे हैं। वे कार्यकर्ताओं से वन टू वन चर्चा भी करेंगे।
जनता का फ्लाईओवर लोकार्पण
संगठन सृजन की थीम को सौरभ शर्मा ने समझा इसलिए एक बड़ा आंदोलन सीधे जनता के नाम से कर दिया वह भी पर्यवेक्षकों के आने के तीन दिन पहले। अजब बात यह है कि उस दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद नहीं थे। पर्यवेक्षक बनकर पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया और पूर्व शहर अध्यक्ष दिनेश यादव बालाघाट गए थे। पूर्व मंत्री तरुण भनोत पर्यवेक्षक के रूप में श्योपुर में थे। इसी तरह पूर्व विधायक विनय सक्सेना पर्यवेक्षक के रूप में शहर से बाहर थे।
तारीख क्यों नहीं बदली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के शहर से बाहर होने पर यह चर्चा है कि शहर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने आंदोलन की तारीख क्यों नहीं बढ़ाई। सभी वरिष्ठ नेता तीन से चार दिन बाद तो शहर आ ही जाते तब यह आंदोलन क्यों नहीं हो सकता था। इस सवाल के जवाब में सौरभ का कहना है कि कलेक्टर को इस संबंध में पिछले सप्ताह ही यह कहते हुए पत्र सौंपा था कि यदि चार दिन में बीजेपी सरकार फ्लाईओवर का लोकार्पण नहीं करती है तो कांग्रेस जनता के साथ शनिवार को लोकार्पण कर देगी।
चूंकि तारीख फिक्स हो चुकी थी। इसलिए इसे आगे नहीं बढ़ा सकते थे। सभी वरिष्ठों का साथ था।उन्होंने भी स्वीकृति दे दी थी कि जो तय हुआ है आन्दोलन उसी तारीख को होगा। हम जनता के फ्लाईओवर का लोकार्पण जनता के द्वारा करवा रहे थे तो अपने नेताओं के लिए हम जनता को इंतजार नहीं करवा सकते हैं।
ये फायदा मिल सकता है
सौरभ शर्मा ने इस आंदोलन को जनता का नाम देकर आंदोलन जनता के लिए, जनता के द्वारा कर दिया। यह संगठन सृजन अभियान के पैरामीटर के अंतर्गत आता है।