
जबलपुर। मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद जबलपुर में भी कोरोना का मरीज मिल गया है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उसे भर्ती किया गया है। मरीज की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब उसके संपर्क में आने वालों की हिस्ट्री ली जा रही है। इस सीजन में कोरोना का यह पहला केस है।
कोरोना से बचने जागरूकता जरूरी
कोरोना का जो वेरिएंट एक्टिव है वह खतरनाक नहीं है लेकिन जागरूकता जरूरी है क्योंकि यह तेजी से फैलता है।
देश में कोरोना के सक्रिय केस की संख्या अब तक 6815 हो गई है। देश में केरल और उसके बाद गुजरात में सक्रिय मामलों की संख्या अधिक है। केरल में 2053, गुजरात में 1109, बंगाल में 747, नई दिल्ली में 691,महाराष्ट्र में 613 केस, कर्नाटक में 559हो चुके हैं।
भीड़ से बचें
लोग भीड़ वाले इलाकों में मास्क लगाकर जाएं। दूरी बनाकर रखें। बुखार, सर्दी होने पर तुरंत जांच कराएं।
ये वेरिएंट सक्रिय
भारत में LF.7,XFG,JN.1,NB.1.8.1 सीरीज के वेरिएंट की सीक्वेंसी की गई है। इनको बहुत गंभीर नहीं माना जाता। JN.1 ओमिक्रॉन के BA.2.86 का एक स्ट्रेन है। यह बहुत गंभीर नहीं है लेकिन तेजी से फैलता है। इसके कारण मरीज को बुखार, सूखी खांसी, सिरदर्द, स्वाद न आना, गंध नहीं आती है। प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
जबलपुर में एक केस
मप्र में इंदौर के बाद जबलपुर में एक केस मिला है। मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शर्मा का कहना है कि एक वृद्ध को कार्डिएक प्रॉब्लम को लेकर भर्ती किया गया था। जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया है। मेडिकल में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था है।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉक्टर दीपक बड़कड़े का कहना है कि लोगों को जागरूक होना जरूरी है। वेरिएंट तेजी से फैलता है इसलिए भीड़ वाली जगहों पर मास्क पहनकर जाएं। बुजुर्गों का खास ध्यान रखें। जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है उन्हें भी ध्यान रखना जरूरी है।