
जबलपुर। नगर के वह कलाकार जो बालीवुड में नाम कमा रहे हैं और वह साथी जिन्हें निकट भविष्य में बडे ब्रेक थ्रू मिलने की संभावना है, उन्हें अपने संघर्ष के दिनों के साथियों को नहीं भूलना चाहिए और सफलता की सीढ़ी में उन्हें भी हाथ पकड़कर खींचना चाहिए। यह बात जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (जेएटीसीसी) के पूर्व सीईओ हेमंत कुमार सिंह ने कही।
जबलपुर में फिल्म सिटी की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार करने वाले श्री सिंह ने कहा कि हमें किसी सफल होते व्यक्ति की टांग खींचने के बजाए उसे आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जबलपुर में फिल्म सिटी का निर्माण तभी संभव होगा जब हम सभी एक दूसरे को सहयोग करेंगें। फिल्म उद्योग और इससे सम्बन्धित संस्थाओं के द्वारा जेएटीसीसी के पूर्व सीईओ हेमंत कुमार सिंह के सेवानिवृत्ति पर शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में श्री सिंह ने कहा कि हमें अपनी विरासत को भी साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि जबलपुर की पहचान गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती, ओशो, महर्षि महेश योगी, एवं अभिनेता प्रेमनाथ से है।
कार्यक्रम में- खजांची फिल्म्स (फिल्मोत्थान ग्रुप) वी एस पी प्रोडक्शन, महाकौशल फिल्म सोसायटी, पायल स्टुडियो, शिगो इंटरटेनमेंट, आर आर प्रोडक्शन एवं अन्य संस्थाओं ने हेमंत कुमार सिंह को शाल, फूल माला एवं अभिनंदन पत्र दे कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक शिक्षा राम मोहन तिवारी एवं नगर के उदीयमान गायक मोहम्मद सलीम ने अपने गायन से समां बांध दिया। आयोजित कार्यक्रम में हेमंत सिंह के पारिवारिक एवं शासकीय कार्यों को पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ. रनबीर जाटव. व्यंग्यकार रमाकांत ताम्रकार, कदम संस्था के मुख्य संगठक पंकज गोस्वामी, वीरेंद्र पवार, कोरियोग्राफर राकी, सिनेमेटोग्राफर संतोष मालवीय, अभिनेता आरिफ खान, संजय पटैरिया, अनिल पाली, अयांश चौधरी एवं पर्यटन प्रबंधक तरुण मिश्रा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय प्रसाद एवं आभार अनिल अग्रवाल ने व्यक्त किया।
जबलपुर में फिल्म निर्माण की असीम संभावना
जबलपुर में चार फिल्मों और एक दर्जन से अधिक वेव सीरीज का निर्माण यहां पिछले पांच सालों में हुआ है। जो विभिन्न मिडिया प्लेटफार्म पर हैं। यह जानकारी हेमंत कुमार सिंह ने दी, उन्होंने बताया कि अनेक फिल्मकारों के समूह यहां फिल्म निर्माण में जुटे हुए हैं। यहां फिल्म निर्माण के लिए संभावनाओं को देखते हुए इस काम के प्रोत्साहन के लिए एक फिल्म सिटी की जरूरत है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि जबलपुर में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा तो हो गई है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है।
श्री सिंह ने शहर में अनेकों फिल्मकारों के समूह के सक्रिय होने को प्रेरक और रचनात्मक बताते हुए कहा कि यहां फिल्म निर्माण के लिए सुविधाओं के साथ निर्माण के वातावरण की जरूरत है। श्री सिंह ने बताया कि जबलपुर में फिल्म अभिनेता प्रेमनाथ की याद में फिल्मों का एक सांस्कृतिक केंद्र बनाने की दिशा में काम हो रहा है। अगले साल प्रेमनाथ की सौवीं जयंती तक इसकी स्थापना करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं सेवा निवृति के बाद भी यहां फिल्म निर्माण गतिविधियों के प्रोत्साहन के कार्य में जुटा रहूंगा।