
जबलपुर। जबलपुर संघर्ष समिति के तत्वावधान में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें शहर के प्रमुख चिकित्सा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि जबलपुर के नए मास्टर प्लान में एक समर्पित मेडिसिटी को शामिल किया जाए, जिससे शहर चिकित्सा, अनुसंधान और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अग्रणी बन सके।
मेडिसिटी की परिकल्पना और संभावनाएं
समिति संयोजक हिमांशु खरे ने बताया कि जबलपुर महाकौशल और विंध्य क्षेत्र का एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र बनता जा रहा है, इसलिए यहां मेडिसिटी की स्थापना पूरी तरह से उपयुक्त और व्यावहारिक होगी। इसमें निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज, रिसर्च यूनिट, फार्मा मैन्युफैक्चरिंग, मेडिकल डिवाइसेज पार्क, मरीजों के परिजनों के लिए होटल और खानपान जैसी सुविधाएं एक ही स्थान पर होंगी।
राष्ट्रीय अस्पतालों की श्रृंखला की संभावना
डॉ. राजेश धीरावाणी ने सुझाव दिया कि यदि मास्टर प्लान में मेडिसिटी के लिए समर्पित भूमि उपलब्ध कराई जाए, तो देश के प्रमुख अस्पताल समूह जबलपुर में अपने संस्थान खोलने में रुचि दिखा सकते हैं। इससे न केवल स्थानीय नागरिकों को बेहतर इलाज मिलेगा, बल्कि चिकित्सा से जुड़े अन्य उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
लाइफस्टाइल वेलनेस सेंटर की भी हो स्थापना
डॉ. परिमल स्वामी ने जबलपुर में लाइफस्टाइल वेलनेस सेंटर स्थापित करने की मांग की, जिसमें आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का संयोजन हो। उन्होंने ‘लाइफस्टाइल मेडिसिन यूनिट’, वेलनेस ट्रेनिंग सेंटर और मेडिकल वेलनेस टूरिज्म की संभावनाएं जताईं, जिससे रोग-रिवर्सल, मानसिक संतुलन और जीवनशैली सुधार पर आधारित चिकित्सा संभव हो सके।
मेडिकल डिवाइसेज पार्क: मेडिसिटी का अभिन्न हिस्सा
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पराज पटेल, डॉ. सुनील बहल और डॉ. शामिक रजा ने कहा कि मेडिसिटी में मेडिकल डिवाइसेज पार्क की स्थापना से जबलपुर एक औद्योगिक मेडिकल हब बन सकता है। अस्थि रोग, हृदय रोग आदि में काम आने वाले उपकरणों के निर्माण की संभावनाएं हैं, जिसमें वैश्विक कंपनियां निवेश कर सकती हैं।
सस्ती और सुलभ भूमि हो उपलब्ध
संघर्ष समिति के बलदीप मैनी, मनु शरत तिवारी, हिमांशु राय, सुनील श्रीवास्तव, प्रीति चौधरी, देवव्रत मिश्रा, अभिषेक ध्यानी और आई.के. खन्ना ने संयुक्त रूप से यह सुझाव दिया कि शासन को मास्टर प्लान में मेडिसिटी के लिए सस्ती और सुलभ भूमि का प्रावधान करना चाहिए, ताकि निवेशकों को आकर्षित किया जा सके और जबलपुर चिकित्सा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचे।