जबलपुर में 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 4.7 डिग्री का उछाल, गर्मी ने किया बेहाल

जबलपुर। जबलपुर में बीते एक महीने से लगभग रोज बारिश के कारण मौसम ठंडा और नमीभरा बना हुआ था, लेकिन शुक्रवार से शनिवार के बीच अचानक मौसम ने करवट ले ली। शुक्रवार 18 जुलाई को जहां अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहीं शनिवार को यह आंकड़ा 34.4 डिग्री पर पहुंच गया। मात्र 24 घंटों में तापमान में 4.7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिससे शहरवासी गर्मी से परेशान रहे।

बारिश न के बराबर, खिली रही धूप

शनिवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और तेज धूप खिली रही। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में शाम 5:30 बजे तक सिर्फ 5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले दिनों की तुलना में बेहद कम है। जहां कुछ दिन पहले तक प्रतिदिन तेज बारिश हो रही थी, वहीं अब वर्षा की मात्रा अचानक घटने से धूप और उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के देवेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि आसपास कोई सिस्‍टम न बनने से यह स्थिति निर्मित हुई है। 

धूप से राहत भी, लेकिन गर्मी बनी रही

धूप खिलने के साथ ही कुछ लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई क्योंकि लगातार नमी और गीले मौसम के कारण दिक्कतें बढ़ रही थीं। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती गई और उमस के साथ-साथ गर्मी ने लोगों को बेचैन कर दिया।

मौसम विभाग ने जताई राहत की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार आने वाले समय में फिर से बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इस बदलाव के चलते तापमान में गिरावट आने और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। खासकर शाम के समय बादल छाने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों में फिर से ठंडक बढ़ सकती है।

जनजीवन पर असर, लोग हुए सतर्क

तापमान में अचानक हुई इस बढ़ोतरी ने न सिर्फ स्वास्थ्य पर असर डाला बल्कि जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ा। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम के इस तरह बदलने से सर्दी, जुकाम, थकावट और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं। ऐसे में लोगों को हाइड्रेटेड रहने, धूप से बचाव के उपाय करने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी जा रही है।

पूर्वी मप्र में 23 से 25 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार 23 से 25 जुलाई के बीच मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा, 19 से 25 जुलाई के बीच छत्तीसगढ़ में भी अच्छी बारिश का अनुमान है, जिसका असर सीमावर्ती जिलों पर भी दिख सकता है।

विदर्भ की वर्षा गतिविधियों का मध्यप्रदेश पर असर

21 से 25 जुलाई के दौरान विदर्भ क्षेत्र में भारी वर्षा होने की संभावना है। यह गतिविधियां भी मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों जैसे बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और छिंदवाड़ा पर प्रभाव डाल सकती हैं, जिससे इन जिलों में भी गरज-चमक और झमाझम बारिश के आसार हैं।

अगले 7 दिन कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर

राज्य के अधिकांश हिस्सों-विशेषकर जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, होशंगाबाद और भोपाल संभागों में अगले सात दिनों तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज-चमक और बिजली के साथ जारी रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह मानसूनी गतिविधियां कृषि के लिए लाभदायक साबित होंगी, लेकिन जलभराव वाले क्षेत्रों में सतर्कता जरूरी है।

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