
भजनों की मधुर प्रस्तुति
“बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया”, “अच्युतम केशवम श्रीकृष्ण दामोदर”, “श्याम तेरी मुरली पुकारे राधा भई बाबरी”, “मधुवन में राधिका नाचे रे” जैसे कर्णप्रिय भजनों की बांसुरी की धुनों से पूरा वातावरण भक्ति रस से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री नृसिंह पीठाधीश्वर पूज्य जगद्गुरु डॉ. स्वामी नृसिंहदेवाचार्य महाराज द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
बांसुरी वादन और संगत
देश के ख्यातिलब्ध कलाकार मुरलीधर नागराज ने अपनी सुमधुर बांसुरी कला से सभी को भावविभोर कर दिया। बांसुरी की तान में तबले पर लोकेश मालवीय और कीपैड पर ब्रज कोरी ने संगत कर सुरों का सुंदर संगम प्रस्तुत किया।
प्रतियोगिताएं और पुरस्कार
कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित कान्हा चित्रकला स्पर्धा एवं लड्डू गोपाल श्रृंगार प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर विधायक नीरज सिंह, रत्नेश सोनकर, पं. रोहित दुबे, श्री गोपाल लालजी मंदिर हनुमानताल ट्रस्ट के न्यासी बाबू विश्वमोहन जी, श्री गिरिराज चाचा जी, महासभा अध्यक्ष श्री श्याम साहनी सहित अनेक पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
मंच संचालन और आभार
मंच संचालन लकी भाटिया ने किया तथा आभार प्रदर्शन गिरिराज चाचा ने व्यक्त किया।