
जबलपुर। पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्या ने जिस तरह लोक कल्याण, सुशासन, महिला सशक्तीकरण के साथ ही अपनी संस्कृति और परंपरा को अक्षुण बनाए रखने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, उनके कार्यों को ही आदर्श मानकर केंद्र में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यों में हमारे मुख्यमंत्रीयों के नेतृत्व में हमारी सरकारें लोककल्याण का कार्य कर रही हैं। यह बात भाजपा को वरिष्ठ नेत्री महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे ने देवी अहिल्या बाई जी की जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भाजपा कार्यालय रानीताल में कही।
देवी अहिल्या जी के त्रिशताब्दी जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा 10 दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला मे संगोष्ठी का आयोजन मप्र की पूर्व सह प्रभारी एवं महाराष्ट्र की कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे के मुख्य आतिथ्य, भाजपा जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, सांसद आशीष दुबे, प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, वरिष्ठ नेता डॉ जितेंद्र जामदार, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, पूर्व विधायक हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, स्वाति गोडबोले, दीपांकर बैनर्जी, राममूर्ति मिश्रा, राजकुमार मेहता, महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री अश्वनी परांजपे, जय सचदेवा, रूपा राव की उपस्थिति में किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा आज के कार्यक्रम की शुरुआत हमने हमारे संगठक और प्रेरणाश्रोत डॉश्यामा प्रसाद मुखर्जी पं दीनदयाल उपाध्याय और पुण्यश्लोक देवी अहिल्या के तैलय चित्र पर पुष्पांजलि के साथ की है। हम सभी जानते है कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का सपना था कश्मीर से धारा 370 को हटाना, पं दीनदयाल जी का सपना था अंत्योदय को लाना और हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे पूर्वजों के सपने को पूरा करने का कार्य किया है और इन विचारो का उद्गम पुण्यश्लोक देवी अहिल्या के त्रिशताब्दी वर्ष कार्यक्रमों के माध्यम से लोगो के बीच पुण्यश्लोक के विचारो और कार्यों को ले जाने का कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा मै जिस क्षेत्र से आती हूं पुण्य श्लोक देवी अहिल्या जी का जन्मस्थान है और मैंने अपना जीवन अहिल्या जी को आदर्श मानकर जीती हूं आज 300 वर्ष के बाद भी हम पुण्यश्लोक देवी को याद कर उनके कार्यों को जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहें है। देवी अहिल्या ने सनातन की रक्षा का संकल्प अपने जीवन में लिया क्योंकि सनातन धर्म नही अपितु एक व्यवस्था है, विज्ञान है, संस्कृति है परंपरा है और सनातन धर्म को बचाने के लिए उत्तर से लेकर दक्षिण तक मठ, मंदिरो के पुनःउद्धार करने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या ने अपने जीवनकाल में विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, अल्प आयु में उनके पति, ससुर और फिर पुत्र का निधन हो गया पर प्रजा के कल्याण के लिए उन्होंने सती न होकर जनता की सेवा करने का निश्चय किया उनके कृतित्व से हमे प्रेरणा मिलती है कि जीवन में मिली ठोकरें व्यक्ति को ऊंचा बनाती है और आज हम ऐसी पुण्य देवी को याद कर गौरवान्वित है।
स्वागत उद्बोधन एवं प्रस्तावना जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने रखते हुए कहा आज हम पुण्य अवसर पर एकत्र हुए एक ऐसी वीरांगना और सम्राज्ञी जिन्होंने धर्म संस्कृति और सनातन की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और सुशासन के साथ ही अपनी प्रजा के उत्थान के लिए कार्य किया है। देवी अहिल्या की 300 वीं जयंती पर भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने 10 दिवसीय कार्यक्रमों के क्रम में आज संगोष्ठी का आयोजन किया गया है, निश्चित तौर पर उनके कृतित्व और व्यक्तित्व से हमे सीखने का अवसर मिला है।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद आशीष दुबे ने कहा भारतीय जनता पार्टी जब किसी कार्यक्रम की रचना करती है तो उसके पीछे कोई विशेष कारण होता है। हमारा राष्ट्र सर्वोपरि है पर राष्ट्र को बचाना है तो इसकी संस्कृति, परंपरा को बचाना होगा और हमारे महापुरुषों और महादेवियो के योगदान को जन जन तक पहुंचाना होगा। देवी अहिल्या जी के 300वीं जयंती पर भाजपा ने 10 दिवसीय कार्यक्रमों की रचना की और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हमने भारत के इतिहास के उन पन्नों को पलटने का प्रयास किया है जिन्हे वर्तमान की युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी नही जानती थी और देवी अहिल्या के जीवन में किए कार्यों को हमने जाना और समझा है।
महिला कार्यकर्ताओ ने किया स्वागत – संगोष्ठी की खास बात रही कि मंचासीन अतिथियों का स्वागत केवल महिला कार्यकर्ताओ द्वारा किया गया जिसकी सराहना अतिथियों ने मंच से की।
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री रजनीश यादव एवं आभार कार्यक्रम संयोजक जय सचदेवा ने व्यक्त किया।