
मध्य प्रदेश में 15 सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी आज से आंदोलन करने जा रहे हैं. हालांकि आंदोलन चरणबद्ध तरीके से होगा लेकिन इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर हो सकता है.
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से स्वास्थ्य कर्मचारी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार से आंदोलन करने वाले हैं. आंदोलन में स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी संघ से जुड़े सभी वर्ग शामिल होंगे. पैरामेडिकल, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स और रोगी कल्याण समिति भी हड़ताल में शामिल होंगे. ये सभी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर आज काम करेंगे और ज्ञापन भी देंगे. स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह आगे हड़ताल करेंगे.
स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी महासंघ का कहना है कि वह अगले तीन दिनों तक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे. इसके अलावा 18 नवंबर को कलेक्टर के माध्यम से सीएम मोहन यादव और उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा के घर जाकर भी कर्मचारी अपना ज्ञापन सौंपेंगे. जबकि 25 नवंबर को भोपाल में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा. उनका कहना है अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो फिर वह अनिश्चित कालीन हड़ताल भी करेंगे. फिलहाल तीन दिनों तक आंदोलन जारी रहेगा. बता दें कि स्वास्थ्य कर्मचारी वेतन विसंगतियों सहित करीब 15 मांगों को पूरी करने बात कर रहे हैं.
फिलहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि वह अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन जल्द ही अगर उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो वह हड़ताल शुरू करेंगे. फिलहाल इस आंदोलन का स्वास्थ्य सेवाओं पर सीधा असर तो नहीं होगा, लेकिन हड़ताल शुरू होने पर स्वास्थ्य सेवाएं जरूर प्रभावित हो सकती हैं.