
जबलपुर में रिमझिम से लेकर झमाझम तक बारिश का दौर
जबलपुर में पिछले तीन दिन से रुक-रुककर बारिश हो रही है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात से लगातार रिमझिम और झमाझम बारिश का दौर जारी है। एक ओर जहां इससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल रही है, वहीं दूसरी ओर कामकाज पर असर पड़ा है। बारिश रुकती है तो लोग घरों से निकलने का मन बनाते हैं, लेकिन थोड़ी ही देर में फिर से बारिश शुरू हो जाती है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 26 और 27 जुलाई को पश्चिम और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इससे सबसे अधिक प्रभावित होने वाले जिले हैं:
- पश्चिम मध्य प्रदेश: इंदौर, उज्जैन, धार, रतलाम, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा
- पूर्वी मध्य प्रदेश: नर्मदापुरम (होशंगाबाद), हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी
भारी से बहुत भारी वर्षा की चपेट में ये जिले भी
30 जुलाई के बीच इन जिलों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है:
- भोपाल, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, शाजापुर
- जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट
- सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़
- ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया
सावधानी आवश्यक, नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है
निचले इलाकों और नदी तटीय जिलों जैसे जबलपुर, होशंगाबाद, बड़वानी, सतना और रीवा में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। नर्मदा, तवा, ताप्ती, चंबल और अन्य नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका है।
जनजीवन पर असर, प्रशासन अलर्ट मोड में
प्रशासन ने सभी जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है और लोगों को नदियों व नालों के किनारे जाने से मना किया गया है। स्कूलों और सार्वजनिक गतिविधियों पर निर्णय स्थानीय स्तर पर लिए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में 30 जुलाई तक मानसून की मजबूत स्थिति बनी रहने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।