नर्मदा का हर कंकर शंकर: स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज

नरसिंह मंदिर शास्त्री ब्रिज में श्रावण मास महोत्सव

जबलपुर। “नर्मदा का हर कंकर शंकर है”- यह उद्घोष केवल कथन नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक बन गया है। पावन श्रावण मास में नरसिंह मंदिर, शास्त्री ब्रिज पर नर्मदेश्वर महादेव की आराधना करते हुए श्रीमद् जगतगुरु नृसिंह पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान शंकर नर्मदा के तट पर निरंतर विचरण करते हैं।

नर्मदा तट पर शिव की दिव्यता का अनुभव

स्वामी जी ने बताया कि नर्मदा तट पर भक्ति और श्रद्धा के साथ साधना करने वाले श्रद्धालुओं को शिव के साक्षात दर्शन की अनुभूति होती है। नर्मदेश्वर महादेव की निरंतर आराधना से जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति का वास होता है। जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसे निश्चित रूप से शिव की कृपा प्राप्त होती है।

श्रावण मास में विशेष पूजन-अर्चन का आयोजन

श्रावण मास के अवसर पर नरसिंह मंदिर में प्रतिदिन रुद्राभिषेक, षोडशोपचार पूजन, आरती एवं भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है। इन सभी धार्मिक अनुष्ठानों में स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज के सान्निध्य में भक्तों का उत्साह और भक्ति देखने योग्य है।

पूजन में श्रद्धालुओं की सहभागिता

रुद्राभिषेक और पूजन-अर्चन में बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहते हैं। इस अवसर पर राघवेंद्र शुक्ला, सतीश मिश्र, कामता शास्त्री, रामफल शास्त्री, ब्रह्मचारी हिमांशु, सुनील तिवारी, संदीप, अमित, प्रियांशु, पवन सहित अनेक श्रद्धालु शिव आराधना में सहभागी बने।

प्रतिदिन प्रातः काल महारुद्राभिषेक

श्रावण मास में विशेष धार्मिक माहौल के अंतर्गत प्रातः 10 बजे से स्वामी जी के सान्निध्य में महारुद्राभिषेक पूजन का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालु नित्य दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इस आयोजन में शांति, अध्यात्म और आत्मिक ऊर्जा का वातावरण बना हुआ है, जिससे भक्तों को विशेष आध्यात्मिक संतोष मिल रहा है।

नरसिंह मंदिर बना आस्था और साधना का केंद्र

शास्त्री ब्रिज स्थित नरसिंह मंदिर न केवल शिवभक्तों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन गया है, बल्कि जबलपुर में श्रावण मास के धार्मिक आयोजनों का केंद्र बिंदु भी है। प्रतिदिन होने वाले महारुद्राभिषेक, आरती, और स्वामी जी के प्रवचन श्रद्धालुओं को भक्ति के साथ सनातन धर्म की मूल भावना से जोड़ रहे हैं।

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