
जबलपुर। जबलपुर के लिए ही नहीं बल्की देश के अनेक हिस्सों के लिए जीवनदायनी बनी मां नर्मदा के निर्मल और जल को स्वच्छ करने की दिशा में महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ ने महापौर पद की शपथ लेते ही सार्थक प्रयास शुरू किये और लगभग 17 करोड़ रूपये की लागत से मॉं नर्मदा में मिलने वाले गंदे नाले के ऊपर एस.टी.पी. प्लांट लगाकर जल को स्वच्छ करने का कीर्तिमान स्थापित कर अपने संकल्प और स्वपन को पूरा किया। जिसके लिए आज नागरिक उपभोक्ता मंच के साथ-साथ संस्कारधानी की भारतीय वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन, महिला समिति, सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोशिएशन, पेंशनर्स समाज, मानव अधिकार क्रांति संगठन तथा किसान समिति आदि विभिन्न जनसंगठनों के पदाधिकारियों के द्वारा शहर के एक प्रतिष्टित होटल में सम्मान समारोह आयोजित कर महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ का भव्य और विशाल रूप से सम्मानित किया।
इस अवसर पर संस्थाओं के पदाधिकारियों ने कहा कि नगर निगम सीमा अंतर्गत कहीं भी मां नर्मदा में गंदे नालों के पानी का बहाव नहीं होता है। इसका प्रमाण एन.जी.टी. और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग के द्वारा पुष्टि करते हुए मां नर्मदा के जल को 100 प्रतिशत स्वच्छ और पीने योग्य है की रिपोर्ट प्रस्तुत की है।
संस्थाओं के पदाधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले नागरिक उपभोक्ता मंच द्वारा मां नर्मदा के जल को स्वच्छ रखने के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई थी, याचिका में पारित आदेश के अनुरूप महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने पालन करते हुए मां नर्मदा के जल को स्वच्छ रखने की पहल की और सुपरिणाम में फलीभूत किया।
सम्मान समारोह के दौरान महापौर श्री अन्नू ने कहा कि मैने अपने प्रथम संकल्प को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि मा नर्मदा हमारी आस्था का केन्द्र ही नहीं बल्की हमारे लिए जीवन रेखा भी है। उन्होंने कहा कि मॉं नर्मदा के आंचल को निर्मल और जल को स्वच्छ करने की बचपन में सपना देखा करते थे और इसके लिए दशकों से संस्कारधानी की जनता भी आस लगाकर बैठी थी। अपने बचपन के सपने और देवतुल्य जनता की आस को विश्वास में बदलने का काम किया है। उन्होंने मंच से ही मॉं नर्मदा को प्रणाम करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि उज्जैन की तर्ज पर जबलपुर में मां नर्मदा के किनारे आध्यात्मिक सेन्टर बनाने नागरिक उपभोक्ता मंच ने मॉंग की है, इसके लिए प्रस्ताव शीघ्र ही मध्यप्रदेश शासन को सौंपा जायेगा। उन्होंने कहा कि मॉं नर्मदा में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने में 100 प्रतिशत कामयाबी प्राप्त की है। इस कार्य की पुष्टि डॉं. पी.जी. नाजपांडे द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में दायर याचिका के संबंध में जारी आदेश हुए है। एस.टी.पी. कार्य 100 प्रतिशत पूर्ण होने के कारण वर्तमान में जबलपुर में मॉं नर्मदा का जल ए ग्रेड का हुआ है, जिसे म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के परीक्षणों से प्रमाणित हुआ है।
उन्होंने कहा कि परियट, गौर तथा नर्मदा के किनारे बसी हुई डेयरियों के कारण नर्मदा का जल दूषित होने की चिंता बनी हुई है, जिसके समाधान के लिए नागरिकों उपभोक्ता मंच ने मॉंग की थी। जिस पर महापौर ने कहा कि नागरिक उपभोक्ता मंच की मॉंग के अनुरूप इन मुद्दों पर शासन से चर्चा की जायेगी।
सम्मान समारोह के मौके पर महापौर श्री अन्नू का संस्कारधानी की दस संस्थाओं से अधिक के पदाधिकारीगण, गणमान्यजन भव्यता के साथ सम्मान किया और उन्हें इसी प्रकार आगे भी शहरहित में नगर के नागरिकों के हित में कार्य करने की शुभकामनाएॅं और आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर डॉं. पी.जी. नाजपांडे, रजत भार्गव, डॉं. अभिजीत मुखर्जी, टी.के. रायघटक, डी.के. सिंह, सुशीला कनौजिया, गीता पाण्डे, सुभाष चन्द्रा, राजेश गिदरोनिया, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, संतोष श्रीवास्तव, पी.एस. राजपूत, सउ. जी.एस. सोनकर, मनीष शर्मा, प्रफुल्ल सक्सेना, के.सी. सोनी, कमलेश तिवारी, माया कुशवाहा, जवाहर जायसवाल आदि उपस्थित रहे।