Panna Tiger Reserve: पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बाघिन का शव मिला

पन्ना। उत्तर वन मंडल के देवेंद्र नगर परिक्षेत्र में एक बाघिन का शव मिला है। शव मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पूरे इलाके की सर्चिंग शुरू हो गई है। बाघिन के सिर पर कई जगह घाव हैं। अधिकारियों के अनुसार बाघिन की मौत का कारण टेरिटरी को लेकर आलसी संघर्ष हो सकता है। मृत बाघिन की उम्र करीब 9 से 10 है।
यह सिलसिला फिर शुरू
इसके पहले बीते माह में यहां दो तेंदुओं वा एक भालू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। पन्ना के जंगलों में दो तेंदुए एक भालू एवं बाघिन की एक-एक करके मौत होने से लोगों को वर्ष 2009 की याद आ रही है, कहीं यहां के जंगलों में जंगली जानवरों की पूर्व की भांति उल्टी गिनती तो नहीं शुरू हो गई। मालूम हो की वर्ष 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या शून्य हो गई थी। यहां बाघों का संसार विलुप्त हो गया था और पूरे देश में पन्ना टाइगर रिजर्व का नाम खराब हुआ था। पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत अन्य टाइगर रिजर्व से बाघ एवं बाघिन को लाया गया था।
बाघ पुनर्स्थापना योजना पूर्णता सफल हुई और देखते ही देखते एक दशक में पन्ना में बाघों की संख्या में वृद्धि हुई और उनका एक नया संसार बसने लगा था। वर्तमान समय में यहां के जंगलों में बाघ, तेंदुआ के साथ-साथ अन्य जंगली जानवर अच्छी खासी संख्या में विचरण करने लगे थे। जिसके चलते यहां पर देश-विदेश के पर्यटकों की संख्या भी काफी बढ़ गई थी। बाघ पुनर्स्थापना योजना की सफलता के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व का नाम देश के जाने वाले टाइगर रिजर्व में गिना जाने लगा है। किंतु बीते बीते कुछ दिनों से यहां के जंगलों में वन्य प्राणियों के मौत का सिलसिला शुरू हो गया जिससे लोग यहां के वन प्राणियों को लेकर चिंतित हैं।
शव का पोस्टमार्टम किया गया –
परिक्षेत्र अधिकारी मनोज सिंह बघेल ने बताया कि बाघिन का शव मिलने की सूचना मिलते ही पूरे इलाके की सर्चिंग की गई है, जहां अवैध गतिविधि के कोई संकेत नहीं मिले। आपने बताया कि मृत बाघिन की मौत आपसी संघर्ष के चलते हुई है। बाघिन के सिर सहित कई जगह घाव हैं, जिससे टेरिटरी संघर्ष की संभावना लगती है। बाघिन के शव का पोस्टमार्टम पन्ना टाइगर रिज़र्व के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार गुप्ता द्वारा किया गया। शव से सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम के उपरांत बाघिन के शव को जलाकर अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

रिपोर्ट: राकेश शर्मा

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