
जबलपुर। मध्य प्रदेश पैरामेडिकल काउंसिल भी अजब कर रहा है। उसे जिन पैरामेडिकल कॉलेजों को वर्ष 2023 में मान्यता दी जानी थीं वह इस वर्ष 2025 में दे रहा है। इससे स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं। जबलपुर संभाग के 35 पैरामेडिकल कॉलेज प्रभावित हैं वा मप्र में करीब 150 पैरामेडिकल कॉलेज हैं जहां करीब दस हजार स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं।
ये असर हो रहा
पैरामेडिकल काउंसिल की मान्यता के बगैर पैरामेडिकल कालेजों को यूनिवर्सिटी से एफिलेशन नहीं मिल रहा है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से पैरामेडिकल और नर्सिंग कालेजों को सम्बंधित यूनिवर्सिटी से एफिलिएट किया जाना है। अब तक मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी इन कालेजों को संबद्धता प्रदान करता था। एकेडमिक सत्र 2025-26 में पारंपरिक विश्वविद्यालय से संबद्धता मिलने के बाद भी इन पैरामेडिकल कालेजों की सत्र 2023-24 और 2024-25 की परीक्षाएं मेडिकल यूनिवर्सिटी कराएगी। मान्यता मिलने के बाद मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय संबद्धता प्रदान करते हुए उक्त अकादमिक सत्रों की परीक्षाएं करा पाएगा।
मप्र मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डा. पुष्पराज सिंह बघेल ने कहा कि आगामी सत्र 2025-26 से पैरामेडिकल और नर्सिंग के सभी कालेज क्षेत्रीय विश्वविद्यालयों से संबद्ध होंगे। फिलहाल पैरामेडिकल कालेजोें को पैरामेडिकल काउंसिल से 2023 और 2024 की मान्यता मिलनी है। जिसके बाद मेडिकल यूनिवर्सिटी एफिलेशन देगा और उनकी परीक्षाएं आयोजित करेगा। मान्यता की यह प्रक्रिया दो वर्ष विलंब से चल रही है।
पटरी पर नहीं आई व्यवस्था
शासन ने निर्णय लिया था कि पारंपरिक यूनिवर्सिटी ही पैरामेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों का एफिलेशन करेंगी एकेडेमिक सत्र 2025 से नर्सिंग व पैरामेडिकल कोर्स कंडक्ट करने वाले कालेजों को रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी से एफिलिएट होना है। परंतु पैरामेडिकल काउंसिल से मान्यता के अभाव में पैरामेडिकल कालेजों की एफिलेशन प्रक्रिया अभी तक पटरी पर नहीं आ पाई है। जबकि हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। पैरामेडिकल काउंसिल से अभी वर्ष 2023 और 2024 की मान्यता कालेजों को नहीं मिली है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. आरके बघेल ने कहा कि पैरामेडिकल कालेजों को अकादमिक सत्र 2025-26 से रादुवि को संबद्धता देना है। जबकि पैरामेडिकल काउंसिल ने अभी पिछले दो साल की मान्यता प्रक्रिया पूरी नहीं की है। काउंसिल से मान्यता के बगैर रादुविवि एफिलेशन नहीं दे सकता है। इसी तरह नर्सिंग काउंसिल ने भी 2025 के लिए कालेजों को मान्यता के लिए आवेदन बुलाए हैं। इस प्रक्रिया के बाद ही संबद्धता प्रारंभ होगी। जबलपुर के अलावा, डिंडौरी, नरसिंहपुर, मंडला, कटनी में 35 पैरामेडिकल सहित 70 नर्सिंग कालेजों को नए विश्वविद्यालय से जुड़ना है लेकिन अभी तक प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पाई है।
प्रक्रिया चल रही
अकादमिक सत्र 2023-24 की मान्यता की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। इसके बाद 2024-25 की मान्यता दी जाएगी। सत्र में विलंब की वजह लगभग 10 माह तक पैरामेडिकल काउंसिल का भंग होना रहा।
डा. सेलोज जोशी, रजिस्ट्रार
मप्र पैरामेडिकल काउंसिल