
जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलसचिव और तकनीक कर्मचारी से एसआईटी ने पूछताछ की। यह मामला कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के संबंध में है। इसके लिए एसआइटी गठित की गई है।
तकनीकी कर्मचारी कैमरे का रखरखाव कर रहा था। कुलसचिव वा तकनीकी कर्मचारी को एसआईटी ने सोमवार को रेल एसपी कार्यालय में पूछताछ करने के लिए बुलाया।
सूत्रों के अनुसार कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी ने रादुविवि के सहायक ग्रेड-3 लिपिक विभु पांडे को तलब किया गया। बताया जाता पांडे 28 नवंबर तक कुलगुरु कार्यालय में पदस्थ थे और उनके पास ही सीसीटीवी कैमरों से जुड़े कार्य थे। एसआइटी की जांच में यह भी शामिल है कि 21 नवंबर को हुए घटनाक्रम के दौरान चेंबर के सीसीटीवी कैमरे बंद थे या फिर चालू थे।
कोर्ट में रिकार्डिंग को बताया सबूत
विदित हो कि विवि की महिला अधिकारी ने कुलगुरु पर अशोभनीय व्यवहार को लेकर आरोप लगाए थे। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को कोर्ट में अहम सबूत बताया है। महिला अधिकारी ने कहा था कि 22 नवबंर को शिकायत कार्यालय को दिए जाने व सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मांगे जाने के बाद भी उसे कोई जबाव नहीं दिया गया। विवि प्रशासन उनकी शिकायत को संज्ञान में नहीं लिया। जिसके बाद महिला अधिकारी ने कोर्ट की शरण ली। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर एसआईटी का गठन किया गया है। जिसके तहत लगातार जांच चल रही है आगामी 16 जून को एसआइट को रिपोर्ट पेश करनी है। एक सप्ताह पूर्व एसआईटी ने डीवीआर जप्त किए थे, दोबारा से सीसीटीवी कैमरे भी निकालकर ले गई थी।