
जबलपुर। एक स्वशासी कालेज में प्रवेश के दूसरे राउंड खत्म होने तक एक भी सीट नहीं भर पाई है। इस कालेज को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से ए डबल प्लस ग्रेड मिला हुआ है। फिर भी विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पा रहे है। इसका कारण यह है कि कालेज प्रबंधन उच्च शिक्षा विभाग की ऑनलाइन प्रक्रिया से अलग खुद की ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू करना चाह रहा है।
इसको लेकर कालेज प्रबंधन और उच्च शिक्षा विभाग के बीच बातचीत पत्र के जरिए की जा रही है। कालेज इस मामले में कानून का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहा है। इधर कालेज स्तर पर अब तक 900 विद्यार्थियों ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लिया है लेकिन गवर्नमेंट ऑर्डर नहीं मिलने के कारण प्रवेश किसी को नहीं दिया जा सका है।
यह है मामला
ग्रेजुएट और पीजी में प्रवेश के लिए मप्र के सरकारी और प्राइवेट कालेजों में काउसलिंग जारी है। संत अलायसियस कालेज को नैक से ए डबल प्लस ग्रेड मिली हुई है। प्रदेश के ए डबल प्लस ग्रेड वाले गिने चुने कालेज ही है। प्राचार्य फादर एफ बेनों ने कहा कि नई शिक्षा नीति और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियम के अनुसार नैक से ए ग्रेड या इससे ऊपर वाले ग्रेड पाने वाले संस्थान प्रवेश की अपनी व्यवस्था पाने के हकदार हैं। संस्थान ने शासन को इस संंबंध में अवगत कराया हुआ है लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिल रही है।
उनके अनुसार अधिकारी ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए ही प्रवेश देने में अड़े हैं जबकि हमारे संस्थान को ऑफलाइन प्रवेश की प्रक्रिया करने का अधिकार है। दो राउंड हो चुके हैं लेकिन कालेज को एक भी प्रवेश नहीं मिला है पहले राउंड में सीट अलाटमेंट में दो विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए सीट आवंटित हुई थी दोनों ने प्रवेश नहीं लिया। इधर कालेज स्तर पर 900 विद्यार्थियों ने प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया हैं।
जैसे ही शासन से आफलाइन प्रवेश की अनुमति मिलेगी हम नियमों के तहत ऐसे विद्यार्थियों को प्रवेश दे देंगे। यह संस्थान अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त भी है। अब कालेज प्रबंधन इस मामले में कोर्ट में पहुंचकर हक पाने की तैयारी कर रहा है। यदि कालेज को प्रवेश की छूट मिली तो ए ग्रेड वाले शासकीय होमसाइंस कालेज और माडल साइंस कालेज को भी ऑफलाइन प्रवेश की पात्रता होगी।