
जबलपुर। पावन श्रावण मास में नरसिंह मंदिर में आयोजित महोत्सव के दौरान श्रीमद् जगतगुरु नृसिंह पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी नरसिंहदेवाचार्य जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि इस पावन माह में भगवान शिव के जीवन से प्रेरणा लेकर हर मनुष्य को प्रयास करना चाहिए कि वह भी त्रिनेत्रधारी बने।
तीसरी आंख का रहस्य समझें
महाराज जी ने कहा कि महादेव के दो नेत्र बाहरी जगत को देखने के लिए हैं और तीसरा नेत्र आत्मिक विवेक, ज्ञान और अंतरदृष्टि का प्रतीक है। जब तक मनुष्य के पास यह भीतरी दृष्टि नहीं होगी, वह अपने जीवन का सच्चा मूल्यांकन नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा – “दो आँखों से जगत को देखो और तीसरी आँख से उसका मूल्यांकन करो। बाहरी दृष्टि से उपभोग करो और भीतरी दृष्टि से विवेकपूर्ण निर्णय लो। यही शिव के त्रिनेत्र का सार है।”
नर्मदेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक और पुष्प श्रृंगार
नरसिंह मंदिर में स्थित नर्मदेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक एवं षोडशोपचार पूजन-अर्चन किया गया। भगवान को कमल, गुलाब, रजनीगंधा सहित विविध पुष्पों से श्रृंगारित किया गया। इस अवसर पर महाआरती भी संपन्न हुई।
भक्तों की भक्ति और सहभागिता
पूजन अर्चन एवं आरती में अशोक मनोध्या, प्रवेश खेड़ा, विष्णु पटेल, मुन्ना पांडे, लालमन मिश्र, कामता शास्त्री, रामफल शास्त्री, ब्रम्हचारी हिमांशु, प्रियांशु, पवन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
प्रतिदिन हो रहा महारुद्राभिषेक
मंदिर प्रांगण में प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से परम पूज्य महाराज जी के सानिध्य में महारुद्राभिषेक पूजन का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालुजन इस दिव्य अवसर पर शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
श्री सनातन धर्म महासभा बैठक 27 को
आगामी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शोभायात्रा की तैयारियों को लेकर श्री सनातन धर्म महासभा द्वारा रविवार, 27 जुलाई को प्रातः 10 बजे श्री राम लीला समिति गढ़ा के सिद्ध मंच में पांचवीं बैठक का आयोजन किया गया है।
इस बैठक में पूज्य श्रीमद् जगतगुरु डॉ. स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। आयोजन समिति ने बताया कि बैठक में शोभायात्रा की रूपरेखा, मार्ग व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और भक्तों की भागीदारी को लेकर निर्णय लिए जाएंगे।
श्री राम लीला समिति गढ़ा के संयोजक पंडित अशोक मनोध्याय, अध्यक्ष राकेश पाठक और सचिव लोकराम कोरी ने सभी कृष्ण भक्तों और सहयोगी संस्थाओं से समय पर उपस्थित होकर बैठक को सफल बनाने की अपील की है।
शोभायात्रा हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्यता के साथ निकाली जाएगी और नगर में विभिन्न स्थानों पर झांकियों, भजन संध्या एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा। आयोजन में श्रीकृष्ण भक्तों की सक्रिय सहभागिता की अपेक्षा की जा रही है।