
जबलपुर। भगवान महादेव जैसा परमार्थी और वैरागी कोई दूसरा देव नहीं है। भगवान शिव की करुणा तो देखिए, एक भक्त की पुकार पर माँ गंगा के अति तीव्र वेग को भी सहर्ष अपने मस्तक पर सह लेते हैं। गंगा को जटाओं में धारण करते हैं पर बाद में लोक कल्याण की भावना से मुक्त भी कर देते हैं। दुनिया का नियम यह है, कि यहाँ पर प्रत्येक आदमी दूसरों से पाना तो बहुत कुछ चाहता है, लेकिन बाँटना नहीं चाहता।
लोक कल्याण की प्रेरणा
लोक कल्याण एवं लोक मंगल के लिए बाँटना हम सबको भगवान शिव से सीखना चाहिए। भगवान शिव किसी से लेते भी हैं तो और अधिक देने के लिए लेते हैं। चाहे हमारी कितनी ही प्यारी वस्तु क्यों न हो लेकिन आवश्यकता पड़ने पर जैसे भगवान शिव ने माँ गंगा को मुक्त किया, वैसे ही दूसरों के कल्याण की भावना से हमें भी उस वस्तु का परित्याग करना चाहिए। लोक मंगल के लिए किया गया प्रत्येक कार्य शिव पूजन है।
पूजन में स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज का संदेश
उक्त उद्गार पावन श्रावण मास में नरसिंह मंदिर में श्रीमद् जगतगुरु नृसिंह पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी नरसिंहदेवाचार्य जी महाराज ने नर्मदेश्वर महादेव के रूद्राभिषेक, षोडशोपचार पूजन अर्चन और आरती में व्यक्त किए।
भक्तों की उपस्थिति
पूजन अर्चन और आरती में सतीश मिश्र, एस बी मिश्रा, लालमन मिश्र, कामता शास्त्री, रामफल शास्त्री, ब्रम्हचारी हिमांशु, प्रियांशु, पवन सहित अनेक भक्त जनों की उपस्थिति रही।
प्रतिदिन महारुद्राभिषेक का आयोजन
नरसिंह मंदिर में प्रतिदिन परम पूज्य महाराज जी के सानिध्य में प्रातः काल 10 बजे से महारुद्राभिषेक पूजन आयोजित किया गया है।