
जबलपुर। देश भर के विभिन्न राज्यों में रविवार को सपनों की उड़ान की परीक्षा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2025 आयोजित की गई। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में परीक्षा का आयोजन हुआ। किसी भी सेंटर से किसी अवांछित घटना खबर नहीं है। मप्र में करीब 40 हजार कैंडिडेट्स परीक्षा के लिए योग्य पाए गए। वहीं भोपाल में 15944, इंदौर में 14692, जबलपुर में करीब 8000,ग्वालियर में 8509 कैंडिडेट्स परीक्षा के लिए नामांकित हुए हैं। हालांकि जबलपुर सेंटर में करीब 59 प्रतिशत ही परीक्षा देने पहुंचे।
दो पालियों में हुई परीक्षा
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली में सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक वा दूसरी पाली में 2.30 से 4.30 बजे तक परीक्षा का आयोजन हुआ। एक्जाम शुरू होने के एक घंटा पहले पहुंचने का निर्देश कैंडिडेट्स को दिया गया था। एग्जाम सेंटर एंट्री के पहले सख्ती से कैंडिडेट्स की जांच हुई। सेंटर में एंट्री के पहले पहचान पत्र की जांच हुई इसके अलावा उनके मोबाइल, स्मार्ट वॉच, गले की चेन, हाथ में बंधा कलावा,बैग सेंटर में अलाउ नहीं किया। इससे वे कैंडिडेट्स जो इस तरह के गैजेट्स या अन्य सामान लेकर आए थे उन्हें इसे सेंटर के बाहर ग्राउंड में खुले में रखना पड़ा। जिनके साथ पेरेंट्स थे उन्होंने इसे रख लिया।
बिजली आपूर्ति पर ध्यान
यूपीएससी एग्जाम के मद्देनजर शासन ने बिजली विभाग को निर्देश जारी किए थे कि सेंटर्स में बिजली आपूर्ति बहाल रहे। इसलिए बिजली विभाग भी अलर्ट रहा।
परीक्षा का तनाव
कैंडिडेट्स का कहना है कि उन्होंने बहुत मेहनत की है यह उनके सपनों की परीक्षा है। इसमें सफल होने के बाद अगला स्टेप मेंस फिर इंटरव्यू का होगा। डगर कठिन है, लंबी है लेकिन सपने पूरे करने के लिए एकाग्रता के साथ जुटे हैं,यह सोचकर कि सपनों को उड़ान एक दिन मिलेगी।