
दमोह/गैसाबाद। व्यारमा नदी पर बने जर्जर पुल की हालत और आवागमन में आ रही समस्याओं को लेकर हटा विधानसभा क्षेत्र की विधायक उमादेवी खटीक ने शनिवार को मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा लगातार मिल रही शिकायतों के बाद विधायक ने स्वयं स्थल पर पहुंचकर वस्तुस्थिति का आकलन किया।
स्थानीय नागरिकों के साथ की संवाद बैठक
निरीक्षण के दौरान उनके साथ लक्ष्मण तिवारी, रामबिहारी पटैल, नरेंद्र चौकरया, मुकेश पटैल एवं जितेन्द्र चौरसिया जैसे स्थानीय नागरिक भी मौजूद थे। उन्होंने विधायक को बताया कि पुल की जर्जर स्थिति के कारण न केवल जनसामान्य का आवागमन बाधित है, बल्कि स्कूली बच्चे, मरीज और किसान भी प्रतिदिन परेशानी झेल रहे हैं।
विधायक ने कलेक्टर से दूरभाष पर की बातचीत
स्थिति को गंभीर मानते हुए विधायक उमादेवी खटीक ने मौके से ही दमोह कलेक्टर से दूरभाष पर संपर्क साधा और व्यारमा पुल की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए शीघ्र यातायात बहाल करने की मांग रखी। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि कम से कम दोपहिया और हल्के चारपहिया वाहनों के लिए अस्थायी अनुमति दी जाए।

भारी बारिश के बाद बंद हुआ था पुल
गौरतलब है कि हाल ही में व्यारमा नदी में अत्यधिक बाढ़ आने के कारण दमोह-पन्ना मार्ग पर स्थित यह पुल जर्जर हो गया था। सुरक्षा की दृष्टि से कलेक्टर द्वारा इस पुल पर सभी प्रकार के यातायात को बंद कर दिया गया था। तब से यह मार्ग पूरी तरह बाधित है।
वैकल्पिक मार्ग बना ग्रामीणों के लिए चुनौती
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अब उन्हें मात्र आठ किलोमीटर के सफर के स्थान पर लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। इससे समय, श्रम और ईंधन की भारी बर्बादी हो रही है। इस समस्या को लेकर शुक्रवार को ही ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें पुल पर कम से कम सीमित यातायात की अनुमति देने की मांग की गई थी।
नया पुल तैयार, पर सर्विस रोड न होने से बेकार
खास बात यह है कि जर्जर पुल के बाजू में एक नया पुल भी पूरी तरह तैयार हो चुका है, लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए सर्विस रोड का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है। ऐसे में लाखों की लागत से बना यह नया पुल भी वर्तमान में अनुपयोगी सिद्ध हो रहा है, जिससे लोगों में निराशा व्याप्त है।
विधायक ने जताई तत्परता, ग्रामीणों को उम्मीद
विधायक उमादेवी खटीक ने निरीक्षण के बाद कहा कि वे इस विषय को कलेक्टर के साथ-साथ विभागीय स्तर पर भी उठाएंगी और क्षेत्रवासियों को जल्द राहत दिलाने का हरसंभव प्रयास करेंगी। ग्रामीणों को अब प्रशासनिक कार्रवाई की उम्मीद है कि जल्द ही पुल के उपयोग को लेकर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
रिपोर्ट: जिमी नगरिया