
नई दिल्ली। लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी रज़ाऊल्लाह निज़ामानी उर्फ सैफुल्ला का राजकीय सम्मान के साथ जनाजा निकाला गया। उसके नमाज ए जनाजा में पाकिस्तान के कई अफसरों ने शिरकत की।
गोली मारकर हत्या
आतंकी सैफुल्ला की पाकिस्तान के सिंध में अज्ञात हमलावरों ने रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस तरह हुई हत्या
निज़ामानी मटली स्थित अपने घर से निकला था तभी एक प्रमुख चौराहे के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने उस पर हमला किया। सरकारी सुरक्षा में होने के बावजूद, हमलावर लक्षित हत्या को अंजाम देने में सफल रहे और घटनास्थल से भागने में सफल रहे।
तीन बड़े आतंकी हमलों में शामिल
भारत में घातक हमलों का मास्टरमाइंड, रज़ाऊल्लाह निज़ामानी का लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के बैनर तले आतंकवाद में शामिल होने का एक लंबा इतिहास रहा है।खालिद मालन क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले, उसने भारतीय धरती पर तीन बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने में केंद्रीय भूमिका निभाई। इनमें 2005 में भारतीय विज्ञान कांग्रेस बेंगलुरु में हुए आतंकी हमले में शामिल था।
नागपुर में 2006 में RSS मुख्यालय पर हमला शामिल था।
वह 2008 में रामपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) बेस पर हुए हमले के पीछे भी था, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग हताहत हुए थे।
निज़ामानी पाक का आतंकी प्रेम
सैफुल्ला के नमाज ए जनाजा में जिस तरह से पाकिस्तान के अधिकारी उपस्थित रहे, उससे पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। हालांकि ऐसी स्थिति पहले भी बनी थी जब भारतीय सेना ने 9आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। तब भी आतंकी मारे गए थे जिनके नमाज ए जनाजा में पाकिस्तान के अधिकारी शामिल हुए थे।