
ढाका। बांग्लादेश में आर्मी और यूनुस की अंतरिम सरकार के बीच टकराव बढ़ गया है। इससे वहां राजनीतिक संकट आ गया है। टकराव इस हद तक बढ़ गया कि मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफा देने की पेशकश कर दी। हालांकि बाद में उनके प्रतिनिधि फैज अहमद तैयब ने साफ किया कि मोहम्मद यूनुस इस्तीफा नहीं दे रहे हैं वे अंतरिम सरकार के मुखिया बने रहेंगे।
आमने – सामने
आर्मी चीफ वकार उज्ज जमान और बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच टकराव काफी अधिक हो गया है। इससे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। युनुस की अंतरिम सरकार जब बनी थी तो दस माह के अंदर चुनाव कराना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वहीं रखाइन कॉरिडोर को लेकर भी आर्मी और अंतरिम सरकार के बीच तनातनी इस हद तक रही कि आर्मी चीफ ने इसे देश की संप्रभुता के लिए खतरा बताया।
दरअसल इस डील में सेना शामिल नहीं थी। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने यह डील की। जिससे आर्मी चीफ ने कहा कि अंतरिम सरकार को फैसला लेने का अधिकार नहीं है। सेना की सहमति के बिना यह अवैध है। सेना की आपत्ति के बाद सरकार ने यू टर्न लिया है। वहीं आर्मी चीफ ने यूनुस सरकार को दिसंबर तक चुनाव कराने का अल्टीमेटम दे दिया है।