
जबलपुर। हमारा आदिवासी समाज बिरसा मुंडा की विरासत को आगे ले जाएगा। यह बात पूर्व मंत्री कौशल्या गोटियां ने शहीद बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए कही।
कौशल्या गोटिया ने कहा कि आज वर्तमान की ये मांग कि हमें अपना बचाव, अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी। इसके लिए आदिवासी समाज जो जहां हैं वहीं से अपने आप को मजबूत करे। क्योंकि सरकार का जंगलराज आदिवासियों के आस्तित्व पर सवाल और संकट खड़े कर दिए है। दरिंदों और दबंगों का मुंह सुरसा जैसा है, इनकी प्यास कभी नहीं बुझेगी, दुर्भाग्य ये है कि इनकी नाक के नीचे सब होता है। और इनको फ़र्क नहीं पड़ता।
1857 के पूर्व से शुरू हुआ हमारा आंदोलन आज भी यथावत है, अब तो ये आंदोलन और तेज करने होंगे। क्योंकि अब यहां अंग्रेज नहीं रहते उनसे भी बड़े चोर रहते है।जो जल, जंगल, ज़मीन की बस चोरी नहीं कर रहे? पूरा का पूरा पर्यावरण चोरी कर रहे।
हमारी बहन बेटियां चोरी कर रहे
हमारे जगह ज़मीन चोरी कर रहे
आदिवासियों की जमीनों को तो अपने बाप की जमीन समझ के कब्जा कर लेते है
पर अब नहीं,अब लड़ाई होगी आर पार की
हिंदुस्तान का आदिवासी शेर है , शरीर से भी, दिमाक से भी अब आदिवासी नव जवान शिक्षित हो चुका हैं, बहुत करवा दिया उसको नशा पर अब बस
आज हमारा मध्य प्रदेश शासन से ये सवाल है
(1) प्रत्येक आदिवासी परिवार के जाति प्रमाण पत्र कब बनेंगे
(2) बिरसा मुंडा जी के नाम पर वोट तो ले लेते हो,पर बिरसा मुंडा पुरुस्कार कब शुरू करोगे बाकी के राज्यों में तो 20 ओ साल से मिल रहा है,अपने यहां ये प्रा वधान पूर्व से है, क्यों उनका हक मार रहे हो।
(3) कोल विकास प्राधिकरण भोपाल के माध्यम से आपने क्या क्या काम कराए की वो भी राशि रैली या सामान्य क्षेत्र में खर्च हो गई कृपया सरकार इन प्रश्नों के उत्तर जनता के सामने रखे।शहादत दिवस के अवसर पर, माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम में कौशल्या गोटियां पूर्व मंत्री, रोशन लाल कोल, भैया लाल गोटियां, मगन सींग भूमिया, अशोक गोटियां, बाबा मोतीलाल गोटियां, अनीता गोटियां , जितेंद्र गोटियां, कमलेश यादव, अश्विनी गोटियां, जीतू यादव, गणेश कोल, संजय शर्मा, लक्ष्मी नारायण कोल, राहुल गुप्ता, राजकुमार कोल, राजेश साहू, चंद्रेश कोल आदि कार्यक्रम में शामिल हुए।