
आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में फिर उछाल आने की संभावना है. हालांकि, बढ़ती कीमतों के कारण कुछ विशेषज्ञ अल्पकालिक मुनाफावसूली के दबाव की आशंका जता रहे हैं. लेकिन, भविष्य में सोने में निवेश से भारी मुनाफे का दावा भी कर रहे हैं. विशेषज्ञों को लग रहा है कि डेढ़ से दो साल में सोने की कीमत 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है.
सोने की कीमत बढ़ने का अनुमानः स्विटजरलैंड स्थित ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने निवेश की बढ़ती मांग को देखते हुए सोने की कीमत का पूर्वानुमान बढ़ाकर 3200 डॉलर प्रति औंस कर दिया है. इसी महीने फरवरी 2025 में इसने इस साल के लिए सोने की कीमत का लक्ष्य बढ़ाकर 3000 डॉलर प्रति औंस किया था. क्योंकि, विदेशी मुद्रा भंडार और ईटीएफ के विविधीकरण के लिए केंद्रीय बैंकों की ओर से मजबूत मांग को मान्यता दी गई थी.
अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने कहा कि “हमने हाल ही में कीमती धातुओं पर अपने विचार को मध्यम ओवरवेट से बढ़ाकर पूर्ण ओवरवेट कर दिया है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन का टैरिफ एजेंडा आगे बढ़ रहा है और वैश्विक व्यापार में व्यापक और गहरे व्यवधानों का जोखिम बढ़ रहा है. विशेष रूप से, हम इस मौजूदा माहौल में सोने और चांदी को प्रमुख लाभार्थी के रूप में पसंद करते हैं.”
पोर्टफोलियो को संतुलित करता है सोनाः जोखिम से बचने वाला पोर्टफोलियो बनाने में सोना महत्वपूर्ण होता है. हम संतुलित यूएसडी-आधारित पोर्टफोलियो का 5% सोने में आवंटित करेंगे. हालांकि चांदी को केंद्रीय बैंक की खरीद से सीधे लाभ नहीं होगा. फिर भी सोने की ऊंची कीमत से चांदी की कीमत को कुछ समर्थन मिलने की संभावना है. क्योंकि, चांदी का सोने के साथ एक स्थिर और मजबूत सकारात्मक संबंध है, यह जोड़ता है.
लंबी अवधि में तेजी की संभावनाः ईटीवी भारत से खास बातचीत में एचडीएफसी सिक्योरिटीज के करेंसी और कमोडिटीज हेड अनुज गुप्ता ने बताया कि सोने के लिए 87,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर प्रतिरोध है. इस स्तर के टूटने के बाद सोने में और तेजी आने की उम्मीद है. उन्होंने निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि लंबी अवधि में सोने में तेजी की संभावना है, जबकि छोटी अवधि में कुछ मुनाफावसूली की संभावना है.
चांदी की कीमतों में नहीं आएगी तेजीः अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के पूर्व अध्यक्ष ने ईटीवी भारत को एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि सोने में मामूली गिरावट आई है. लेकिन अगले 3-4 महीनों में इसकी कीमत 89,000-90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि मई-जून में सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है. उन्होंने कहा कि आने वाले 1 से 1.5 साल में सोने की कीमत 1,25,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है. चांदी की कीमतों में इतनी तेजी की उम्मीद नहीं है.
‘क्यों सोना और भी ऊपर उठ सकता है’: गोल्डमैन सैक्स के हालिया पॉडकास्ट, ‘क्यों सोना और भी ऊपर उठ सकता है’ से पता चलता है कि सोने के लिए साल के अंत का लक्ष्य 3,500 डॉलर/औंस हो सकता है. इसके पीछे दो तर्क दिए गए हैं. पहला, केंद्रीय बैंक की मांग में वृद्धि और दूसरा, ईटीएफ प्रवाह में अपेक्षित वृद्धि. क्योंकि फेड द्वारा इस साल दो बार दरों में कटौती की उम्मीद है. इसमें यह भी कहा गया है कि सोना 2025 के अंत तक आसानी से 3,300 डॉलर तक पहुंच सकता है.