
भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 जून से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का सिलसिला शुरू होने जा रहा है, जो आगामी 27 जून तक बना रहेगा। इसके पहले रविवार 23 जून को भी प्रदेश के कई ज़िलों में जमकर वर्षा हुई, खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश के इलाकों में। जबलपुर में दिन में रिमझिम बारिश का सिलसिला चलता रहा। वहीं रात में तेज बारिश हुई, जो सुबह तक जारी रही, जिससे जगह-जगह जल प्लावन हो गया और लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

कहां-कितनी हुई बारिश
रविवार को अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, मुरैना, रतलाम और भोपाल जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई।
- मुंगावली (अशोकनगर) – 26 मिमी
- बमोरी (गुना) – 25 मिमी
- बदरवास (शिवपुरी) – 15 मिमी
- चंदेरी (अशोकनगर), गुना-आव्स (गुना) – 14 मिमी
- सबलगढ़ (मुरैना) – 12 मिमी
- राघौगढ़ (गुना) – 10 मिमी
- जावरा (रतलाम) – 8 मिमी
- कोलार (भोपाल) – 7 मिमी
24 जून से बारिश की गतिविधि में इजाफा
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 24 जून से प्रदेश में बारिश का जोर बढ़ने वाला है। विशेषकर पश्चिमी मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश (>204 मिमी/24 घंटे) की संभावना है। इसके अतिरिक्त गरज-चमक और 40-50 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाओं के साथ तेज़ बौछारें भी पड़ सकती हैं।
किन क्षेत्रों में रहेगी विशेष सतर्कता
24 से 27 जून के दौरान इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है:
- पश्चिमी मध्यप्रदेश: गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, दतिया, ग्वालियर, रतलाम, उज्जैन, नीमच, मंदसौर आदि
- पूर्वी मध्यप्रदेश: बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा आदि में मध्यम से भारी बारिश संभावित
- मालवा अंचल: इंदौर, देवास, धार, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, अलीराजपुर में हल्की से मध्यम बारिश के आसार
- महाकौशल और विंध्य क्षेत्र: रीवा, सतना, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल में 26 जून से बारिश में बढ़ोतरी संभावित
मौसमीय प्रणाली का प्रभाव
मध्य प्रदेश के ऊपर और आसपास बने चक्रवाती परिसंचरण तथा बंगाल की खाड़ी से फैली निम्न दबाव की ट्रफ के कारण इन दिनों मानसूनी गतिविधियां सक्रिय हैं। इसी कारण वर्षा की तीव्रता और अवधि दोनों बढ़ रही हैं।
मछुआरों को चेतावनी
24 से 27 जून तक पश्चिमी मध्यप्रदेश में वज्रपात और तेज़ हवाओं के चलते नदियों और जलाशयों के आसपास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। नदी और तालाबों में मछली पकड़ने या नौकायन से बचने को कहा गया है।
कृषि क्षेत्र के लिए राहत
इस वर्षा से खरीफ फसलों की बोवनी की प्रक्रिया को गति मिलेगी। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां अब तक पर्याप्त नमी नहीं थी, वहां यह बारिश वरदान साबित हो सकती है।
सामान्य जनजीवन पर प्रभाव
भारी बारिश के कारण कुछ जिलों में जलभराव, यातायात अवरोध और विद्युत आपूर्ति में व्यवधान की संभावना बनी हुई है। जिला प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है।
तीन से चार दिन बारिश का सिलसिला और तीव्र होगा
मध्यप्रदेश में 24 जून से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलेगा। आगामी तीन से चार दिन बारिश का सिलसिला और तीव्र होगा। मौसम विभाग की ताजा चेतावनी को देखते हुए नागरिकों को सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।