
जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने सत्र 2025-26 के लिए अपनी फीस संरचना में लंबे अंतराल के बाद संशोधन किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वर्षों से शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं किया गया था, ऐसे में शैक्षणिक गुणवत्ता और व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी हो गया था। संशोधित फीस संरचना के अनुसार, बीए, एमए, बीएससी, एमएससी सहित विभिन्न कोर्सेस की वार्षिक फीस में 30 से 100 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है।
एमए और एमएससी जैसे पाठ्यक्रमों की फीस अब 2200 रुपये से बढ़कर 3000 रुपये प्रतिवर्ष हो गई है। एलएलबी कोर्स की फीस अब 30 हजार रुपये प्रतिवर्ष होगी, जो पहले 12500 रुपये प्रति सेमेस्टर थी। एमबीए, बीकॉम जैसे व्यावसायिक कोर्सेस की फीस में भी यथोचित संशोधन किया गया है।
प्रवेश प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुल्क भी 300 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है, जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने पंजीयन शुल्क को 140 रुपये से घटाकर 100 रुपये कर दिया है। विश्वविद्यालय का कहना है कि उसकी फीस अभी भी निजी संस्थानों की तुलना में काफी कम है और यह बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता व आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है।
हालांकि, यह भी तथ्य है कि विश्वविद्यालय के कई विभागों में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति अब भी लंबित है और फिलहाल अधिकांश विभाग अतिथि शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। ऐसे में बेहतर सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में उठाए गए इस कदम के बाद अब सभी की निगाहें विश्वविद्यालय की आगामी कार्ययोजना पर टिकी हैं।