तुर्किये बॉयकॉट: देश की तीन बड़ी यूनिवर्सिटी ने रद्द किया एमओयू, व्‍यापारी भी करेंगे बहिष्‍कार

नई दिल्ली। आतंकवाद से लड़ाई में पाकिस्तान का साथ देने पर तुर्किये और अज़रबैजान का बॉयकॉट भारत का हर संस्थान, हर नागरिक और व्यापारी कर रहा है। तुर्किये और अज़रबैजान द्वारा पाकिस्तान का समर्थन किए जाने और भारत की सैन्य कार्रवाई की आलोचना के बाद यह मामला गरमाया है। ऑपरेशन सिंदूर में तुर्किये में बने ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध किया था। जिससे देशभर में रोष व्याप्त है और तुर्किये का बॉयकॉट किया जा रहा है।
तीन यूनिवर्सिटी ने रद्द किए एमओयू
भारत की तीन बड़ी यूनिवर्सिटी जेएनयू, जामिया और सीएसजेएमयू कानपुर ने तुर्किये से विभिन्न शैक्षणिक करार रद्द कर दिए। इस बारे में जेएनयू कुलपति प्रो शांतिश्री धुलीपुड़ी पंडित, जामिया यूनिवर्सिटी की पीआर अधिकारी साइमा सईद और सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति विनय पाठक ने एक मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि तुर्किये से जो भी शैक्षणिक करार हुए हैं वे सभी रद्द कर दिए गए हैं। तुर्किये में जब भूकंप आया था तब भारत ने दोस्त की तरह सहायता की थी लेकिन जब भारत ने आतंकवाद से लड़ाई लड़ी तो तुर्किये पाकिस्तान के साथ था और भारत के विरुद्ध ड्रोन सप्लाई किए। इससे तीनों यूनिवर्सिटी ने तुर्किये से सभी एमओयू रद्द किए।
व्यापारी भी कर रहे बहिष्कार
देश के व्यापारी भी तुर्किये से व्यापार का बहिष्कार कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि आतंकवाद से लड़ाई में तुर्किये ने भारत के विरुद्ध पाकिस्तान का साथ दिया जिससे उससे किसी तरह का व्यापार नहीं किया जाएगा। वहां से सेव का आयात किया जाता है जोकि बंद किया जाएगा। शुक्रवार को दिल्ली में व्यापारी संघ की बैठक आयोजित की गई है जिसमें देश के कई राज्यों से व्यापारी बैठक में शामिल होंगे।
पर्यटक नहीं जाएंगे
भारत से काफी पर्यटक तुर्किये जाते थे। पिछले एक सप्ताह में काफी पर्यटकों ने तुर्किये की टिकट कैंसिल करा ली। इससे तुर्किये के टूरिज्म बिजनेस को बड़ा झटका लगा है।
सेलेबी कंपनी की सुरक्षा मंजूरी रद्द
भारत सरकार ने सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया जोकि तुर्किये की सेलेबी ग्रुप का हिस्सा है, इसकी सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, कोच्चि, कन्नूर, बेंगलुरु, हैदराबाद,गोवा,अहमदाबाद, चेन्नई में एयरपोर्ट पर सर्विस देती हैं। इस कंपनी के भारत में 10 हजार कर्मचारी हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भी ये फैसला लिया गया है। इसके अलावा अदाणी एयरपोर्ट्स ने चीन की कंपनी ड्रैगनपास के साथ अपनी पार्टनरशिप खत्म कर दी। अब ड्रैगनपास के ग्राहक भारत में अदाणी एयरपोर्ट्स पर लाउंज की सुविधा नहीं ले सकेंगे।

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