पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्या ने राज केंद्रित नहीं लोक केंद्रित शासन व्यवस्था दी – अर्चना चिटनिस

जबलपुर। पुण्यश्लोक लोकमता देवी अहिल्या बाई ऐसी महिला शासक हुई जिन्होंने अपने शासन में राज केंद्रित नहीं अपितु लोक केंद्रित व्यवस्था दी और आज हम उनकी 300 वीं जयंती पर उन्हें नमन करने एकत्र हुए हैं और उनका पूरा जीवन अपने देश और अपनी प्रजा के लिए समर्पित रहा है। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा। यह बात पूर्व मंत्री भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विधायक अर्चना चिटनिस ने भाजपा द्वारा रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन के अवसर पर संभागीय कार्यालय रानीताल में कही।

पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर 10 दिवसीय कार्यक्रमों का शुभारंभ पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, विधायक अभिलाष पांडे, प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, पूर्व विधायक शरद जैन, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, पूर्व जिला अध्यक्ष जीएस ठाकुर, प्रदेश पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, कार्यक्रम संभाग प्रभारी एवं महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री अश्वनी परांजपे, पूर्व महापौर स्वाति गोडबोले, कार्यसमिति सदस्य राममूर्ति मिश्रा, वरिष्ठ नेत्री सुषमा जैन, महामंत्री पंकज दुबे, रजनीश यादव, रूपा राव की उपस्थिति में देवी अहिल्या बाई के व्यक्तित्व और कृतित्व पर लगाई गई प्रदर्शनी में दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके पश्चात कार्यालय के सभागार में महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा देवी अहिल्या बाई ने अपने जीवन में जो कहा उन्होंने वह जीवन जीया भी है। उनके जीवन में न परिवार दिखता है और न परिवारवाद दिखता है। अहिल्या बाई को कम उम्र में ही हिंदी, संस्कृत, मराठी की शिक्षा के साथ राजस्व व्यवस्था, शासन व्यवस्था, युद्ध कौशल की शिक्षा और आध्यात्म और सनांतन का ज्ञान भी उन्होंने लिया।

श्रीमती चिटनिस ने कहा सैकड़ों वर्ष पूर्व देवी अहिल्या ने अपने शासन में जो व्यवस्था दी थी उसे हो आदर्श मानते हुए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की सेवा कर रहे है, आप पढ़ेंगे कि रानी अहिल्या बाई ने लगभग 250 से 300 वर्षो जिस आधुनिक पद्धति के साथ युद्ध कौशल का उपयोग किया आज उसी तरह आधुनिक तरीके से हमारी सेना, वैज्ञानिक और हमारी सरकार आज कार्य कर रही है यह सभी ने कुछ दिनों पूर्व ही पाकिस्तान परस्त आतंकवाद के खिलाफ हुए भारत के हमलों में हमने देखा और सुना भी है।

उन्होंने कहा 31 मई 1725 को उनका जन्म हुआ था। महिष्मति नगरी वर्तमान में महेश्वर को अपना केंद्र बनाया। देवी अहिल्या बचपन से ही होनहार थी। मालवा के राजकुमार खंडेराव होलकर से विवाह कर वे मालवा की राजवधु बनी। कम उम्र में ही उनके पति का देहावसान हुआ, ससुर भी नही रहे, उनके बेटे को राजगद्दी सौंपी गई पर कम उम्र में उनके बेटे का भी निधन हो गया ऐसे में अहिल्या बाई ने समाज, संस्कृति, देश, धर्म के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन जिया और इनकी रक्षा के लिए उन्होंने कठिन परिस्थिति में अपना सर्वस्व दिया। रानी अहिल्या बाई ने 1767 से 1795 तक 28 वर्ष शासन किया और बिना ससुर, पति और पुत्र के उन्होंने अपने जीवन में अनेकों युद्ध लड़े और विजय प्राप्त की।वह दो बच्चो की माता नही बल्कि सच में लोकमाता थी जिन्होंने परिवार से ज्यादा प्रजा की चिंता की इसलिए आज 300 वर्ष बाद भी हम उन्हे याद कर रहे है।

उन्होंने कहा उत्तर से दक्षिण तक हमारे काशी, मथुरा, अयोध्या, रामेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ अमरकंटक जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के साथ ही देश में 1 हजार से अधिक मंदिरों का निर्माण या जीर्णदोद्वार कराया। देश के हर कोने में उन्होंने विकास का कार्य कराया, मंदिर, देवालय, धर्मशाला, कुंए , बाबली का निर्माण हर जगह कराया साथ ही अपने राज्य में अनेक कन्या विद्यालय बनाए जिसमे महिला शिक्षिका होती थी।

जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा आज हम ऐसी व्यक्तित्व के त्रिशताब्दी वर्ष के शुभारंभ अवसर पर एकत्र हुए है जिन्होंने देश में महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की, ऐसी रानी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती पर भाजपा संगठन ने 21 मई से 31 मई तक 10 दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्णय लिया और आज इस कार्यक्रम के साथ आप सभी की गरिमामय उपस्थिति में इन कार्यक्रमों का शुभारंभ हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक जय सचदेवा एवं आभार सह संयोजक रूपा राव ने व्यक्त किया।

इस अवसर पर राजेश मिश्रा, रोहित जैन, अंजु भार्गव, रंजीत पटेल, प्रणीत वर्मा, रेणु कोरी मधुबाला राजपुत, रीना राय, लवलीन आनंद, रत्ना श्रीवास्तव, सीमा सिंह, दुर्गा उपाध्याय, अर्चना अग्रवाल, अनीता यादव, ज्योति जैन, रजनी कैलाश साहू, अंशुल यादव, सोनिया रंजीत सिंह, प्रतीभा भापकर, मालती चौधरी, शारदा कुशवाहा, संजय यादव, शिवा चौधरी, संतोष यादव, राहुल दुबे, संतोष जायसवाल, पंकज मिश्रा, कौशल सूरी, श्रीकान्त साहू, रवि शर्मा उपस्थित थे।

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