विश्व पर्यावरण दिवस: पर्यावरण के प्रति किया जागरूक, प्लास्टिक के दुष्प्रभाव को बताया

जबलपुर। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2025 की थीम प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम के अंतर्गत जिला मलेरिया कार्यालय के कर्मचारियों/यूपीएचसी के चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा अपने कार्यस्थल एवं फील्डक्षेत्र में प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जनसमुदाय को जागरूक किया गया एवं प्लस्टिक के स्थान कपड़े के थैलों का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया गया। अपने घरों के आसपास या खुले स्थानों पर अधिक से अधिक वृक्ष एवं पौधों को लगाने के लिए जनसमुदाय को समझाईश दी गई। वृक्षों की महत्ता के बारे में समुदाय को बताया गया कि वृक्ष जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ व निरोग जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
जिला स्तर पर विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में विवेकानंद सभागार में एक कार्यशाला डॉ संजय मिश्रा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जबलपुर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई, जिसमें उनके द्वारा वृक्षों के महत्व को बताया गया कि प्राणवायु आक्सीजन के लिए उनका अत्यंत योगदान है और वृक्ष समस्त मानव एवं जीव जंतुओं के लिए अत्यंत आवष्यक हैं, उनके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है। कोरोना काल में मनुष्य के लिए प्राणदायी वायु आक्सीजन का महत्व हम सब जानते हैं, जो हमें वृक्षों से ही प्राप्त होती है। प्लास्टिक बैग एवं उससे बनी वस्तुएं जैसे गिलास, प्लेट इत्यादि का कम से कम उपयोग किया जाये जो पर्यावरण एवं जलवायु के लिए अत्यंत घातक है। समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को प्लास्टिक से निर्मित वस्तुओ को उपयोग कम करना एवं वृक्षारोपण करने हेतु डॉ संजय मिश्रा द्वारा शपथ दिलाई गई।
इस कार्यशाला में डॉ जया श्रीवास्तव डीएचआ डॉ विनीता उप्पल डीएचओ, डॉ विनोद गुप्ता डीआईओ, डॉ एस.एस.दाहिया अर्बन नोडल अधिकारी, डॉ जलज खरे डब्ल्यूएचओ, अजय कुरील डीएमओ, रेखा साहू जिला लेखा प्रबंधक, संदीप नामदेव एपीएम अनिल सिंह एपिडिमियोजाजिस्ट,राजेन्द्र तिवारी, विक्रम कोरी, रविषंकर कोष्टा, इंद्रजीत मिश्रा, नवीन यादव, ब्रजेष मिश्रा,धवल त्रिवेदी, निशांक तिवारी, अजय भारती, सुनील शुक्ला, राजेश पटेल, रविन्द्र देशमुख इत्यादि उपस्थित थे।

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