
जबलपुर। प्रतिवर्ष अनुसार इस 13 वे वर्ष में गंगा दशहरा की पूर्व सुबह 4 जून बुधवार को सुबह 7:00 बजे बैनगंगा नर्मदा मैया सरस्वती मैया के संगम बेनगंगा पुल हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट से उस पार तक 900 फुट की चुनरी अर्पण की जाएगी। महा आरती के साथ भंडारे का वितरण होगा ।
ज्ञात हो बाणासुर नाम के राक्षस ने तपस्या कर गंगा मां का उद्गगम किया था नामकरण बाणासुर के नाम से बाण एवं गंगा मैया दोनों मिलकर बाणगंगा कहते थे अभरशः होकर बेनगंगा कहने लगे।
आश्रम के संस्थापक स्वामी रामचंद्र दास जी महाराज ने अपने संदेश में कहा भेड़ाघाट क्षेत्र में सुख समृद्धि बनी रहे नशा मुक्त रहे पर्यावरण एवं खुशहाली रहे।
उपस्थिति की अपील आश्रम के व्यवस्थापक नर्मदा महाआरती के संस्थापक डॉ सुधीर अग्रवाल,जय किशन गुप्ता,सुषमाशंकर पटेल, मनमोहन दुबे, श्याम मनोहर पटेल, विनोद दीवान, मनोज गुलाबवानी, कैलाश विश्वकर्मा, सुरेश विश्वकर्मा, विशाल पांड्या आदि ने की है।