
इंदौर। एमपीसीए (मप्र क्रिकेट एसोसिएशन) के अध्यक्ष पद पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन के आसीन होने पर मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्या यह परिवारवाद नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो कांग्रेस पर परिवारवाद का बहुत आरोप लगाते हैं। लेकिन सबसे अधिक परिवारवाद भाजपा में ही है।
जीतू पटवारी ने कहा कि खेल में राजनैतिक व्यक्ति का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। महाआर्यमन ने क्रिकेट में क्या किया है, यदि कुछ योगदान है तो अच्छी बात है। लेकिन यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे हैं, इस कारण से वे अध्यक्ष बने हैं तो यह परिवारवाद है। एसोसिएशन में उनको ही पद मिलना चाहिए जो क्रिकेट से जुड़े हों।
तीसरी पीढ़ी की एंट्री
मालूम हो कि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में महाआर्यमन के दादा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया भी अध्यक्ष रह चुके हैं। महाआर्यमन के पिता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अध्यक्ष रह चुके हैं।
क्या है एमपीसीए
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन एमपी में क्रिकेट के खेल को संचालित करने वाली संस्था है। यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड से एसोसिएट क्रिकेट शासी प्रांतीय इकाइयों में से एक है। इसका हेडक्वार्टर इंदौर में है। एमपीसीए को 1956 में स्थापित किया गया था। मप्र से एमपीसीए ने कर्नल सीके नायडू, कैप्टन मुश्ताक अली, नरेंद्र हिरवानी, राजेश चौहान, अमय खुरासिया, नमन ओझा जैसे भारतीय क्रिकेटर्स के कैरियर में योगदान दिया है।