
भोपाल। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में आगामी 24 घंटों के भीतर गरज-चमक के साथ बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए मध्य भारत तक बनी ट्रफ लाइन के प्रभाव से राज्य के मौसम में अचानक बदलाव देखा जा रहा है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में राज्य के वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ रही है, जिससे गरज-चमक के साथ बौछारें गिरने की संभावना है। इसके साथ ही कई जिलों में तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
प्रभावित जिले
इस अलर्ट का प्रभाव विशेष रूप से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, धार, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, नर्मदापुरम और बैतूल जिलों में देखा जा सकता है। इन जिलों में आंधी-तूफान के साथ 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
गर्मी और उमस का दोहरा असर
हालांकि पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा तापमान में हल्की गिरावट आई है, लेकिन बढ़ी हुई आर्द्रता के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में उमस से लोगों को राहत नहीं मिल रही। इंदौर में दिन का तापमान अपेक्षाकृत कम रहने के बावजूद अधिक नमी के कारण लोग परेशान हैं। भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में भी यही स्थिति बनी हुई है।
मानसून की तैयारी
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल मध्य प्रदेश में मानसून समय से कुछ पहले प्रवेश कर सकता है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में जून माह में सामान्य से 33% अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पूर्व मानसून गतिविधियाँ मानसून के सुचारू प्रवेश का संकेत हैं।
मौसम विभाग लोगों को सलाह दे रहा है कि वे स्थानीय प्रशासन और समाचार माध्यमों के माध्यम से नियमित मौसम अपडेट लेते रहें। विशेष रूप से किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों के लिए यह अलर्ट अहम है, क्योंकि खेतों में खड़ी फसलों को हवा और वर्षा से नुकसान की आशंका हो सकती है।