एग्जाम में पास तभी मिलेगी कांग्रेस में संगठन की कमान, फेल हुए तो पद खोया

जबलपुर। कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए परीक्षा सिस्टम लागू कर रही है। यह परीक्षा सिस्टम इंटरव्यू के माध्यम से होगा। यह कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान है। यह गुजरात में पहले ही लागू कर दिया गया है।अब मप्र में इसे क्रियान्वित किया जा रहा है।
कांग्रेस ने इस अभियान के लिए पूरे प्रदेश में 50 आब्जर्बर नियुक्त किए हैं। जो जिला स्तर पर अध्यक्षों की परीक्षा लेंगे, जो पास हो गया उसे ही संगठन की कमान सौंपी जाएगी। जो असफल रहा उससे पद से हटा दिया जाएगा। जून से यह प्रक्रिया शुरू होगी।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संगठनात्मक पुनर्गठन की दिशा में यह निर्णय लिया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया में राष्ट्रीय स्तर के आब्जर्वर होने से प्रक्रिया पारदर्शी होगी। कांग्रेस इस अभियान के माध्यम से पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों तक मजबूत करना चाहती है। कार्यकर्ताओं में भी नया जोश लाना चाहती है। एग्जाम में पास होने के बाद जो नेतृत्व उन्हें मिलेगा उसकी संगठन में पकड़ भी मजबूत होगी।

एआइसीसी के पर्यवेक्षक प्रदेश के सभी जिलों में जाकर संगठनात्मक स्थिति का मूल्यांकन करेंगे, स्थानीय कार्यकर्ताओं, ब्लाक एवं जिला स्तरीय नेताओं से संवाद करेंगे और निष्पक्षता व क्षमता के आधार पर नए जिला अध्यक्षों की सिफारिश करेंगे। जहां मौजूदा स्तर पर संगठन है वहां पर कार्यकर्ताओं से फीडबेक लिया जाएगा। इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से अध्यक्षों का आब्जर्वर इंटरव्यू कर उनकी काबियत को परखेंगे। बताया जाता है कि जून माह में यह प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। मप्र के प्रभारी सभी 50 आब्जर्वर को जिला सौंपेंगे जहा उन्हें प्रक्रिया करनी है।

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