
वॉशिंगटन। इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री हो गई है। अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट्स फोर्दो, नतांज, इस्फहान पर अटैक कर दिया है। हमले के बाद B-2 बॉम्बर बिना नुकसान के वापस आ गया है। हमले के बाद यूएन ने सभी पक्षों से शांति की अपील की। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि हमला अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए खतरा है। वहीं आईईओ ने कहा है कि अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा है।
वॉर रूम से निगरानी
इस ऑपरेशन के दौरान वॉशिंगटन में वॉर रूम में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति वेंस व अन्य अधिकारी निगरानी रखे हुए थे।
हमले के बाद शांति की अपील
ईरान पर हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका सेना ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है। कोई सेना ऐसा नहीं कर सकती थी जो अमेरिका सेना ने किया। ईरान नहीं रुका तो बड़े हमले होंगे। ईरान शांति के रास्ते पर लौटे। मैनें युद्ध न हो इसके लिए कोशिश की थी। ट्रंप ने कहा कि अब या तो शांति होगी या संहार होगा।
मैं कहीं भी अशांति नहीं चाहता। ईरान को मिडिल ईस्ट में शांति बनाना चाहिए। वो हमारे लोगों को मारते आ रहे थे, हमने हजारों लोगों की जान गंवाई है। ट्रंप ने नेतन्याहू को बधाई दी है। ट्रंप ने कहा कि अब भी ईरान के कई टारगेट बचे हैं। ईरान को शांति के रास्ते पर लौटना चाहिए।
नेतन्याहू ने ट्रंप को बधाई दी
इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने ट्रंप को बधाई दी है। नेतन्याहू ने इसे अमेरिका का साहसिक फैसला बताया। इसे शक्ति के माध्यम से शांति बताया।
इजरायल से भारतीयों की वापसी रुकी
इजरायल ने सुरक्षा की दृष्टि से एयर स्पेस बंद कर दिया है। इससे आज वहां रह रहे भारतीयों की वापसी टल गई है। इजरायल से करीब 250-300 की भारतीयों की वापसी टल गई है।