
भोपाल/जबलपुर। मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और रविवार को प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में पूर्वी मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में सबसे अधिक 21 सेमी, दमोह के हटा में 12 सेमी और निवाड़ी के ओरछा में 11 सेमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा सतना, सिंगरौली, सीधी, और टीकमगढ़ जिले के कई स्थानों पर 8-7 सेमी बारिश हुई है।
23 जून से दो दिनों तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 23 जून (सोमवार) से 24 जून (मंगलवार) तक मध्यप्रदेश के कई जिलों में अति भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) की संभावना है। विशेष रूप से पश्चिम मध्यप्रदेश के जिलों में जैसे: शिवपुरी, गुना, राजगढ़, विदिशा, भोपाल, सीहोर, हरदा, इंदौर, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम, आगर-मालवा में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
यहां मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट
पूर्वी मध्यप्रदेश के निम्न जिलों में भी अगले तीन से चार दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा: टीकमगढ़ दमोह, सागर, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, सीधी, सिंगरौली, रीवा में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
क्या होंगे प्रभाव?
शहरों में सड़कें जलमग्न हो सकती हैं।
कच्चे रास्तों और कमजोर संरचनाओं को नुकसान हो सकता है।
किसानों को खेतों में जलभराव से खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे पुलों, नालों और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
कृषि विभाग की सलाह:
जिन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है, वहां के किसानों को धान, सोयाबीन और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई रोकने और जलनिकासी की व्यवस्था बनाए रखने की सलाह दी गई है।
जिन किसानों की मूंग और उड़द की फसल पक चुकी है, वे जल्द से जल्द कटाई कर सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।